राज्य को ‘फूड प्रोसैसिंग हब’ में विकसित करेंगे : अरोड़ा

लुधियाना, 16 मई (जुगिंद्र अरोड़ा): पंजाब सरकार के उद्योग और वाणिज्य विभाग के कैबिनेट मंत्री सुन्दर शाम अरोड़ा ने कहा है की राज्य में उद्योगों के लिए दिन प्रतिदिन मजबूत होते जा रहे बुनियादी ढांचे और बढ़ रही संभावनाओं के चलते पंजाब को ‘फूड प्रोसैसिंग हब’ के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न स्कीमों तहत बैंकों को बिना किसे गारंटी के लोगों को कर्जा देने के निर्देश दिए, लेकिन बैंकों द्वारा बिना गारंटी कर्जा न देने की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसी स्थिति में बैंकों के रवैये को रोकने के लिए ज़िलाधीशों को बैंकों से बातचीत करने के लिए कहा गया है और फिर भी बैंकों ने अपना व्यवहार न बदला तो उनके विरुद्ध पंजाब सरकार कार्रवाई करेगी। पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी में कंफैडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्रीज (सी.आई.आई.) और पंजाब कृषि विश्वविद्यालय की हिस्सेदारी के साथ आयोजित किये गए पहले ‘पंजाब एग्री एंड फूड कन्कलेव’ को संबोधन करते हुए श्री अरोड़ा ने कहा की कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य में उद्योगों को प्रफुल्लित करने के लिए मजबूत बुनियादी ढांचा उपलब्ध करवाने हेतु वचनबद्ध है। इसके अलावा उद्योगों के लिए जहां बेहतर वातावरण बनाया जा रहा है, वहीं राज्य के एग्रो और फूड प्रोसैसिंग उद्योग क्षेत्र को अहम सैक्टर के तौर पर विकसित करने के लिए कई वित्तीय और गैर वित्तीय रियायतें दीं जा रही हैं। उन्होंने कहा की पंजाब को देश की ‘भोजन टोकरी’ के तौर पर जाना जाता है, जबकि पंजाब सरकार एक कदम और आगे बढ़ते इस को अब ‘फूड प्रोसैसिंग हब’ के तौर पर विकसित करने के लिए प्रयासरत
है है। उद्योग व वाणिज्य मंत्री अरोड़ा कहा की एक तरफ जहां राज्य में तीन मैगा फूड पार्र्कों (लाडोवाल फूड पार्क लुधियाना, सुखजीत मैगा फूड पार्क फगवाड़ा और इंटरनैशनल मैगा फूड पार्क फाजिल्का) स्थापित किए जा रहे हैं, वहीं अमृतसर कोलकाता इंडस्ट्रीयल कोरीडोर के तहत पंजाब दो मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर स्थापित किये जायेंगे, जिनमें लुधियाना में ‘उच्च तकनीक मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर’ और राजपुरा (पटियाला) में ‘इंटीग्रेटिड मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर’ स्थापित करना भी शामिल है। राज्य में फूड प्रोसैसिंग सैक्टर के विकास के लिए सरकार द्वारा बढ़िया ‘ईको सिस्टम’ उपलब्ध करवाया जा रहा है। पंजाब सरपल्स बिजली वाला राज्य है, यहां उद्योगों के लिए सस्ती दर पर जरूरत मुताबिक पूरी बिजली सप्लाई की जाती है। अरोड़ा ने निवेशकों को राज्य में फूड प्रोसैसिंग क्षेत्र में निवेश करने की अपील करते हुए कहा की राज्य में निवेश की अपार संभावनाएं हैं क्योंकि विश्व बैंक ने पंजाब को नया उद्यम आसान तरीके से स्थापित करने के लिए देश का सबसे बढ़िया राज्य घोषित किया है। इसके अलावा विभिन्न रेटिंग एजेंसियों ने भी पंजाब के विकास मॉडल को मान्यता दी है। सम्मेलन दौरान निवेशकों की तरफ से उठाए गए सवाल का जवाब देते श्री अरोड़ा ने स्पष्ट किया की जो भी नौजवान या उद्योगपति राज्य में नया उद्योग लगाना चाहता है तो बैंकों की तरफ से बिना किसी परेशानी के 5 लाख रुपए से 25 लाख रुपए कर्जे की सुविधा मुहैया करवायी जायेगी। यदि कोई बैंक कर्ज देने से आनाकानी करता है या न देकर अपमानित करता है तो ऐसे सम्बन्धित बैंक खिलाफ पंजाब सरकार की तरफ से बनती कार्यवाही की जाएगी। इस मौके 25 निवेशकों की तरफ से पंजाब सरकार के साथ राज्य में 70 करोड़़ रुपए के निवेश के समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा पंजाब कृषि विश्वविद्यालय द्वारा एक समझौता किया गया। सम्मेलन दौरान प्रदीप कुमार अग्रवाल जिलाधीश, विकास गर्ग एम.डी. पंजाब एग्रो इंडस्ट्रीज, पी.ए.यू. के उप कुलपति डा. बलदेव सिंह ढिल्लों और फूड क्षेत्र से संबंधित औद्योगिक शखस्यितें भवदीप सरदाना (दी सुखजीत स्टार्च एंड कैमीकल्स लिम.), संजय सिंघल (आई.टी.सी. लिम.), अक्षय वैक्टर (क्रैमिका फूड इंडस्ट्रीज लिम.), रिंकेश सतीजा (पैप्सीको कंपनी), सन्दीप कपूर (स्कूल आफ बिजनैस स्टडीज), महेश खन्ना जनरल मैनेजर आदि ने भी अपने विचार रखे।