फिल्मी चमक से दूर अमरीका में बसना चाहते थे संजय दत्त

नई दिल्ली, 16 मई (वार्ता) : बॉलीवुड के सुपरस्टार संजय दत्त की उतार-चढ़ाव से भरी जिंदगी में एक समय ऐसा भी आया था जब उन्होंने फिल्मी दुनिया की गलाकाट प्रतिस्पर्धा और चकाचौंध से दूर जाकर अमरीका में बसने और वहां जानवर पालने का मन बना लिया था। उनके मन में यह इरादा उस समय आया था जब वह नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए अमरीका में रिहैब कार्यक्रम से गुजर रहे थे। 
उन्हें मुंबई की चमकती रोशनी से दूर वहां की सुकून भरी दुनिया में मजा आने लगा था और उनके मन में अमरीका में बस जाने और वहां जानवर पालने की इच्छा जागृति हो गयी थी। मुन्ना भाई के नाम से मशहूर संजय दत्त की इस ख्वाहिश का खुलासा जाने-माने लेखक यासिर उस्मान ने अपनी किताब ‘बॉलीवुड का बिगड़ा शहजादा संजय दत्त’ में किया है। लेखक के अनुसार संजय को अमरीका में रिहैब के दौरान यह ख्याल आया था और इस बात को उन्होंने अपने पिता सुनील दत्त से भी साझा किया था। संजू बाबा जनवरी 1984 में अपने नशे की लत से छुटकारा पाने के लिए अमेरिका गए थे। रिहैब के दौरान उनकी मुलाकात बिल नामक शख्स से हुई जिससे उनकी दोस्ती हो गयी। बिल संजय को टेक्सास अपने घर लेकर गए। किताब के अनुसार संजय ने याद करते हुए कहा, उसके पापा रेंचर थे। उनके घर बहुत सारे लम्बे सींगों वाले मवेशी थे और वे पूरे टेक्सास में मीट की आपूर्ति किया करते थे। बिल ने एक दिन संजय से कहा, यहीं रुक जाओ, हम लोग जानवर पालेंगे। संजय को यह सब कुछ पसंद आने लगा और वह खुद को ़िफल्मी दुनिया से दूर करना चाहते थे। उनकी अपने पिता से हर सप्ताह एक बार बात होती थी। उन्होंने अपने पिता से कहा, मैं वापिस नहीं आना चाहता, मैं जानवर पालना चाहता हूं। संजय के बैंक खाते में उस समय 50 लाख रुपये थे। संजू ने अपने पिता से कहा कि वह यह पैसे उन्हें अमेरिका भेज दे ताकि वह उसे यहां निवेश कर सकें और जमीन खरीद सकें। सुनील दत्त अपने बेटे की बातों से काफी निराश हुए और अगली फ्लाइट से अमरीका पहुंच गये। पिता ने अपने बेटे से कहा कि उसे एक बार फिल्म इंडस्ट्री में लौटकर यह साबित करना है कि वह भागा नहीं है।  सुनील दत्त के बहुत समझाने पर संजय ने अपने पिता के सामने  एक शर्त रखी कि वह एक साल  के लिए भारत वापस आएगा और यदि ़िफल्मी करियर नहीं चला तो वह फिर अमेरिका लौट आयेंगे और वहीं बस जायेंगे।