मैरीटोरियस स्कूल बने सरकार की गले की फांस

जालन्धर, 19 मई (रणजीत सिंह सोढी) : गरीब व होनहार विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए पिछली सरकार ने राज्य भर में स्वप्नमयी प्रोजैक्ट 10 मैरीटोरियस स्कूल खोले थे। जहांविद्यार्थियों को शिक्षा की सभी प्राथमिक सहूलियतें बिल्कुल मुफ्त प्रदान की जाती थीं पर पंजाब के भीतर आते सभी स्कूलों में अध्यापकों की कमी व सहूलियतों की कमी बुरे नतीजों का कारण बन रही है। इसी तरह ही मैरीटोरियस स्कूलों को चलाने के लिए भी लैक्चरारों की कमी है, इसको पूरा करने के लिए मैरीटोरियस सोसायटी के असिस्टैंट डायरेक्टर ने गत दिनों एक पत्र जारी करके 10 स्कूलों में खाली पड़ी 9 प्रिंसीपलों के व 162 लैक्चरारों की भर्ती के लिए शिक्षा विभाग से डैपूटेशन से आने वाले चाहवान लैक्चरारों व प्रिंसीपलों से आवेदन मांगे थे।  शिक्षा विभाग पर यह बात उचित बैठती है कि ‘अग्गा दौड़ ते पिछा चौड़’, एक तरफ तो विभाग राज्य के अंदर बुरे नतीजे वालों 374 स्कूलों के प्रिंसीपलों पर कार्यवाही करने की तैयारी कर रहा है, व दूसरी तरफ उसे ही विभाग से मैरीटोरियस स्कूलों को चलाने के लिए अध्यापकों को डैपूटेशन से मांग कर रहा है। इस तरह से पंजाब के मैरीटोरियस स्कूल में अध्यापकों को पूरा करके बाकी स्कूलों का बुरा हाल हो जाएगा,  जिससे राज्य भर के बाकी सभी स्कूलों के विद्यार्थियों की पढ़ाई पर बुरा प्रभाव पड़ेगा। अमृतसर के मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल 14 अलग-अलग विषयों के लैक्चरार व एक कम्प्यूटर अध्यापक का पद, बठिंडा मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल व 15 अलग-अलग विषयों के लैक्चरार, फिरोजपुर मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल , एक कम्प्यूटर अध्यापक व 27 अलग-अलग विषयों के लैक्चरारों, गुरदासपुर मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल, एक कम्प्यूटर अध्यापक व 24 विषयों के लैक्चरार, जालन्धर मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल व 4 अलग-अलग विषयों के लैक्चरारों, लुधियाना मैरीटोरियस स्कूल में 12 अलग-अलग विषयों के लैक्चरारों, मोहाली मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल, एक कम्प्यूटर अध्यापक व 12 अलग-अलग विषयों के लैक्चरारों, पटियाला मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल , एक कम्प्यूटर अध्यापक व 11 अलग-अलग विषयों के लैक्चरारों, संगरूर मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल, एक कम्प्यूटर अध्यापक व 29 अलग-अलग विषयों के लैक्चरारों व तलवाड़ा मैरीटोरियस स्कूल में एक प्रिंसीपल, एक कम्प्यूटर अध्यापक व 7 अलग-अलग लैक्चरारों की कमी है। इन उपरोक्त स्कूलों में पढ़ाई के लिए मैरीटोरियस सोसायटी ने शिक्षा विभाग के लैक्चरारों व प्रिंसीपल से डैपूटेशन के लिए निवेदन मांगे है। इस संबंधी भूपिन्द्र सिंह बड़ैच डैमाक्रेटिक टीचर फ्रंट पंजाब के प्रदेश प्रदान ने कहा कि सरकार को पंजाब के अंदर शिक्षा का स्तर ऊंचा उठाने के लिए अध्यापकों की पक्के तौर पर भर्ती करनी चाहिए। जर्मन जीत सिंह छज्जलबड़ी महासचिव डैमोक्रेटिक मुलाजिम फ्रंट पंजाब ने कहा कि सरकार को स्कूलों में स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए सभी स्कूलों को ही मैरीटोरियस स्कूलों वाली ही सभी सहूलियतें देनी चाहिए ताकि हर विद्यार्थी स्तरीय शिक्षा प्राप्त कर सके। दविन्द्र सिंह पूनिया नेता डीटीएफ पंजाब ने आशंका जताई है कि सरकार ने अपने चहेतों को इन स्कूलों में डैपूटेशन के नाम पर एडजैस्ट करने जा रही है ताकि साईंस की पढ़ाई के नाम पर यह अध्यापक ट्यूशन वर्क की काली कमाई कर सकें। गौरतलब यह है कि अगर सरकार राज्य के अंदर उच्च स्तरीय शिक्षा व स्कूल स्तर पर खेलों को उत्साहित करना चाहती है तो साफ नीति व नीयत के साथ स्कूलों में विषय अध्यापक व सभी सहूलियतें मुहैया करवाए।