श्री हेमकुंट साहिब यात्रा का विशेष समागम 22 को ऋषिकेश में

गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के उपप्रधान नरेन्द्रजीत सिंह बिंद्रा का कहना है कि 25 मई से शुरू होने वाली श्री हेमकुंट साहिब की यात्रा की शुरूआत 22 मई मंगलवार को गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब ऋषिकेश से होगी। 22 मई को श्री हेमकुंट साहिब यात्रा के लिए पहले जत्थे की रवानगी हेतु गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब ऋषिकेश के दरबार साहिब हॉल में विशेष समागम रखा गया है। समागम में कई हस्तियां अतिथियों के रूप में पहुंच रही हैं।  उन्होंने बताया कि 22 मई को श्री हेमकुंट साहिब यात्रा के पहले जत्थे में 500 से अधिक संगत शामिल होनी है। केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, अध्यक्ष विधानसभा उत्तराखण्ड प्रेमचंद अग्रवाल समागम की शोभा बढ़ाएंगे। जत्थे में रवाना होने वाले सभी संगतों को दरबार साहिब में सिरोपा भेंट कर सम्मानित भी किया जाएगा। यात्रा शुरू होने कि पूर्व संध्या पर ट्रस्ट के सभी गुरुद्वारों को दुधिया रोशनी से सजाया जाएगा। गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब से अटला कोटी तक पैदल मार्ग पर पड़ी बर्फ को सेना के जवानों द्वारा हटा दिया गया है और पैदल मार्ग के दोनों ओर अभी भी कई फुट बर्फ जमी हुई है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट ने राज्य सरकार से कई बार विनती की है कि गुरूद्वारा श्री हेमकुंट साहिब में रेस्क्यू हेलीपैड का निर्माण करें, कभी कोई आपदा आए तो संगतों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू ऑप्रेशन किया जा सके। यह हेलीपैड केवल रेस्क्यू ऑपरेशन के काम आए। सरकार ने ट्रस्ट की विनती पर अभी तक कोई निर्णय नही लिया है यदि राज्य सरकार ट्रस्ट को अनुमति प्रदान कर दे तो ट्रस्ट अपने खर्चे से गुरूद्वारा श्री हेमकुंट साहिब में रेस्क्यूऑप्रेशन के लिए हेलीपैड का निर्माण कर लेगा। जिस प्रकार से संगतें पंजाब सहित अन्य राज्यों से दूरभाष के माध्यम से यात्रा के बारे में जानकारी ले रही हैं उससे ऐसा लग रहा है कि इस बार हेमकुंट साहिब की यात्रा में संगतों की संख्या में ऐतिहासिक इज़ाफा होगा। ट्रस्ट ने यात्रा में आ रही संगतों की सुविधाओं के लिए तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। 25 मई से शुरू होने वाली यात्रा के लिए संगतें गुरूद्वारा श्री हेमकुंट साहिब ऋषिकेश में पहुंचने लगी हैं। गुरुद्वारा श्री हेमकुंट साहिब की यात्रा में आने वाले संगतें लगभग 80 प्रतिशत पंजाब से आती हैं इसलिए मैं पंजाब की जनता से विनती करता हूं कि युवकों को टू व्हीलर पर कम से कम यात्रा पर भेजें, जिससे उनकी यात्रा सुरक्षित हो सके।