देश में एक्यूपंक्चर इलाज प्रणाली संबंधी कोर्स शुरू करने के लिए हरी झंडी

लुधियाना, 20 मई (सलेमपुरी): भारत सरकार द्वारा देश में जल्द ही चीनी इलाज प्रणाली एक्यूपंक्चर को अपनाकर इस संबंधी डाक्टरी कोर्स व डाक्टरी इलाज शुरू किया जाएगा। यह विचार एक्यूपंक्चर इलाज प्रणाली के माहिर डा. इंद्रजीत सिंह ढींगरा मुख्य प्रबंधक डाक्टर डी.एन. कोटनिस अस्पताल लुधियाना जोकि हाल ही में दिल्ली में चीन व भारत सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक कर आए हैं, ने बातचीत करते हुए व्यक्त किए। डा. ढींगरा ने बताया कि गत दिनों जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चीन की यात्रा पर गए थे तो उस समय दोनों देशों के  प्रधानमंत्रियों के बीच एक समझौता हुआ था कि भारत चीन की इलाज प्रणाली जिसे एक्यूपंक्चर कहा जाता है को अपनाएगा जबकि चीन में भारतीय प्राकृतिक इलाज प्रणाली जिसे योगा कहा जाता है को मान्यता देगा। उन्होंने कहा कि इस समझौते के तहत चीन में योग सिखाने के लिए दो कालेज चीन सरकार द्वारा खोल दिए गए हैं जहां भारतीय योग माहिर प्रशिक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस समझौते के संदर्भ में भारत में ही भारतीय डाक्टरी खोज व संस्था (आई.सी.एम.आर.) द्वारा एक्यूपंक्चर संबंधी 5 वर्षीय डिग्री कोर्स शुरू करने के लिए कार्रवाई आरम्भ कर दी गई है। इसके तहत पढ़ाई के साथ-साथ अस्पताल भी खोले जाएंगे जहां मरीज़ों का इलाज इस प्रणाली के तहत किया जाएगा। डा. ढींगरा जोकि देश में एक्युपंक्चर इलाज प्रणाली शुरू करने वाली कमेटी में शामिल हैं, ने यह भी कहा कि लुधियाना में चल रहे डा. डी.एन. कोटनिस एक्यूपंक्चर अस्पताल का विस्तार कर चीन के साथ मिलकर एक विशाल एक्यूपंक्चर मैडीकल कालेज व अस्पताल खोला जाएगा।