कैप्टन द्वारा पानी की सप्लाई की जांच करने व सख्त निगरानी रखने के आदेश

चंडीगढ़, 20 मई (अ.स.): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने ब्यास दरिया में सीरा पड़ने के कारण पानी के किसी भी तरह दूषित हो जाने के मद्देनज़र राज्य के दक्षिणी हिस्सों में नहरों द्वारा पीने वाले पानी की होती सप्लाई की जांच करने एवं सख्त निगरानी रखे जाने के आदेश जारी किए हैं।आज यहां एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह आदेश जलापूर्ति एवं सैनीटेशन, जलस्रोत, स्थानीय निकाय विभागों एवं पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को जारी करते दक्षिणी पंजाब के कस्बों एवं गांवों को होती जल सप्लाई की विस्तृत जांच करने के लिए कहा है। उन्होंने इन विभागों को पानी के स्तर की जांच के लिए विशेष टीमें गठित करने एवं पीने वाले पानी के किसी भी तरह दूषित होने से रोकने के लिए सारे कदम उठाए जाने के लिए भी कहा है।प्रवक्ता अनुसार मुख्यमंत्री ने संबंधित ज़िलों के डिप्टी कमिश्नरों को कस्बों एवं गांवों की जलापूर्ति पर पास से नज़र रखने के लिए और किसी भी तरह की समस्या को तेज़ी से हल करने के निर्देश दिए हैं। डिप्टी कमिश्नरों को जलस्रोत विभाग से निकट से समन्वय रखने के लिए भी कहा है ताकि मरी मछलियों के कारण उनके संबंधित क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित बनाया जा सके। प्रवक्ता अनुसार राज्य के प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जलापूर्ति एवं सैनीटेशन तथा स्थानीय निकाय विभागों को पानी सप्लाई स्कीमों वाले स्थानों पर पास से नज़र रखने के लिए कहा है ताकि दूषित पानी को ब्यास दरिया में जाने से रोका जा सके। यद्यपि नदी में ज्यादा ताजा पानी जारी किया गया है और इससे स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है परन्तु सरकार इस सम्बन्ध में कोई भी जोखिम नहीं उठाना चाहती।प्रवक्ता ने आगे कहा है कि फरीदकोट, फाज़िल्का, मुक्तसर एवं फिरोज़पुर में वाटर वर्क्स के पास पानी का भरपूर भंडार है और वह किसी भी तरह की अस्थायी समस्या से निपटने के लिए समर्थ है। प्रवक्ता अनुसार संबंधित एजैंसियों को कहा है कि वह हिफाजती कदमों के रूप में अगले एक सप्ताह के लिए अपनी संबंधित जलापूर्ति योजनाओं के स्तर के लिए नियमित रूप से पानी की जांच करें। प्रवक्ता अनुसार हरीके से चलती नहरों में साफ पानी की सप्लाई अगले 24 घंटों में बहाल होने की संभावना है।