पंजाब में गर्मी बढ़ी, बिजली खपत में वृद्धि

पटियाला, 20 मई (जसपाल सिंह ढिल्लों): पंजाब में अब गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। इस समय तापमान का ऊपरी आंकड़ा भी 46 डिग्री सैंटीग्रेड को पार कर गया है। अगले दिनों में मौसम ओर भी गर्म हो जाएगा। पंजाब में बिजली की खपत जो कम होकर 5 हज़ार मैगावाट के करीब आ गई थी, गर्मी के कारण अचानक अधिक होकर 6300 मैगावाट पर जा पहुंची है। बिजली की खपत के कारण ही बिजली निगम को अब अपने ताप बिजली घरों के यूनिट भी चलाने पड़ गए हैं। इस समय पर बिजली निगम के गुरु हरगोबिन्द साहिब ताप बिजली घर लहरा मोहब्बत के दो यूनिट और रोपड़ गुरु गोबिन्द सिंह सुपर ताप बिजली घर का एक यूनिट चलाया हुआ है। इन दोनों ताप बिजली घरों से 159 और 353 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है।  इसके इलावा निजी ताप बिजली घरों से 2378 मैगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। इस क्षेत्र में तलवंडी साबो की 3 इकाइयों से 937 मैगावाट, राजपुरा के नलास ताप बिजली घर की 2 इकाइयों से 1128 मैगावाट और गोइन्दवाल साहिब ताप बिजली घर की 2 इकाइयों से 313 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इस समय पर राज्य के पन बिजली घरों से 360 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इस में रणजीत सागर डैम के एक यूनिट से 121 मैगावाट, अपरबारी दुआब कैनाल प्रौजैक्ट से 41 मैगावाट, आनन्दपुर साहिब के बिजली घरों की दो इकाइयों से 102 मेगावाट, मुकेरियां पन बिजली घर से 47 मेगावाट और हिमाचल प्रदेश के जोगिन्द्र नगर में स्थित शानन पन बिजली घर से 50 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है।  इस समय पर पंजाब में सौर ऊर्जा के भी बिजली घर स्थापित किये हुए हैं, इन बिजली घरों से 290 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। बिजली निगम के आंकड़ों के मुताबिक बिजली निगम केन्द्रीय प्रोजैक्टों से निर्धारित 2954 मैगावाट के मुकाबले 2974 मेगावाट बिजली प्राप्त कर रहा है। बिजली निगम का कहना है कि बिजली निगम आने वाले धान के सीजन के साथ निपटने के लिए भी तैयारियां शुरू की हुई हैं और बिजली निगम इस समय पर अपने निर्धारित लोड से अधिक ट्रांसफार्मरों को नियमित भार में ला रहा है। बिजली निगम ने हाल ही में अपनी वितरण प्रणाली में काफी सुधार किये हैं और बिजली लाइनों को नियमित किया है जिससे भविष्य में धान के सीजन में कोई भी समस्या न आ सके।