असम के आदिवासियों को मधुमक्खी पालन के डिब्बे वितरित किए गए

नई दिल्ली , 21  मई (भाषा) : खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) ने विश्व मधुमक्खी दिवस समारोह के मौके पर काजीरंगा में जनजाति के लोगों को मधुमक्खी पालन के लिए एक हजार डिब्बे दिये। आयोग ने यहां जारी एक बयान में यह जानकारी दी। एक ही दिन में इतनी बड़ी संख्या में मधुमक्खियों के डिब्बे देकर एक विश्व रिकॉर्ड बनाये जाने का दावा करते हुए आयोग के अध्यक्ष वी के सक्सेना ने काजीरंगा वन क्षेत्र में आदिवासियों के बीच मधुमक्खी के एक हजार डिब्बों का वितरण किया जिससे इजरायल में दो वर्ष पहले के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया गया। आयोग ने नवम्बर 2018  तक देशभर में मधुमक्खियों के एक लाख 30  हजार डिब्बों का वितरण करने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने बताया कि अब तक देश में मधुमक्खियों के 27  हजार डिब्बों का वितरण किया जा चुका है। बयान में कहा गया है, ‘प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) की नोडल एजेंसी होने के नाते, केवीआईसी शहद के लिए प्रसंस्करण, पैकेजिंग और लेबलिंग इकाइयों की स्थापना के लिए ऋण प्रदान करेगा।’ सक्सेना ने बताया कि काजीरंगा वन क्षेत्र में मधुमक्खियों के इन डिब्बों से उच्च गुणवत्ता का 30 हजार किलोग्राम शहद का उत्पादन करने के अलावा मधुमक्खी पालन की इच्छा रखने वाले युवाओं और महत्वाकांक्षी उद्यमियों के लिए रोजगार का मार्ग भी प्रशस्त होगा।