मुझे नहीं लगता कि विराट असंगत प्रभाव डालता है : सीओए प्रमुख राय  

नई दिल्ली, 21 मई (भाषा) : पिछले कुछ वर्षों में भारतीय क्रिकेट में विराट कोहली का आभामंडल तेजी से चमका है लेकिन प्रशासकों की समिति (सीओए) के प्रमुख विनोद राय के अनुसार आम राय के विपरीत वह नीतिगत फैसलों में कभी ‘असंगत प्रभाव ’ नहीं डालते हैं। राय का कोहली के साथ नीतिगत फैसलों को लेकर पहला अनुभव 16 महीने पुराना है और उनका भारतीय कप्तान को लेकर अपना आकलन है। राय ने पीटीआई से साक्षात्कार में कहा, ‘कोई भी कप्तान टीम पर कुछ निश्चित प्रभाव डालता है। मैं एक निश्चित सीमा तक इस तरह की छूट और अधिकार देने के पक्ष में हूं। आखिरकार कप्तान को ही खास जिम्मेदारी निभानी होती है।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन मैं यह स्पष्ट कर देना चाहूंगा कि कोई भी मेरे पास यह शिकायत लेकर नहीं आया कि विराट ने इस तरह से प्रभाव डाला जो कि कप्तान को मिले अधिकारों से इतर हो।’ राय ने कहा कि कप्तान ने किसी नीतिगत मामले में उन पर कभी दबाव नहीं डाला। उन्होंने कहा, ‘व्यक्तिगत स्तर पर विराट का मेरे साथ व्यवहार बहुत अच्छा रहा है। विराट ने कभी किसी चीज के लिये मुझ पर दबाव नहीं बनाया। इसके अलावा न तो टीम प्रबंधन और ना ही चयनकर्ताओं ने कभी विराट को लेकर किसी तरह की शिकायत की।’ अनिल कुंबले के मुख्य कोच पद से इस्तीफा देने के कारण कयास लगाये जा रहे थे कि कोहली नीतिगत फैसलों पर जरूरत से ज्यादा प्रभाव डाल रहे हैं। खबरों में यही कहा गया कि कोहली के दबाव के कारण कुंबले को अपना पद छोड़ना पड़ा। एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली चयनसमिति ने कुल मिलाकर 13 टेस्ट मैच खेले हैं और कभी कभी लगता है कि उस पर दबाव बनाया जाता है लेकिन सीओए प्रमुख का मानना है कि यह पूर्व विकेटकीपर उन लोगों में शामिल नहीं है जिस पर आसानी से दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा, ‘मुझे ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि चयनकर्ता किसी तरह के दबाव में है। मैं एमएसके का बहुत सम्मान करता हूं।’ राय ने विस्तार से बताने के बजाय बताया कि सीओए के जिम्मेदारी संभालने के बाद प्रसाद ने किस तरह से चयन का दबाव अच्छी तरह से संभाला।