श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा सिख सैंसर बोर्ड का गठन


अमृतसर, 22 मई (राजेश कुमार) : सिख गुरू साहिबान आदि के किरदार निभाने के कारण तथा सिख इतिहास को तोड़ मरोड़ कर पेश करने से उठे विवादों को मुख्य रखते हुए आज श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा सिख सैंसर बोर्ड का गठन किया गया। इस संबंधी जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा कि 21 सदस्यों का यह सैंसर बोर्ड फिल्माें में सिख इतिहास, सिख विरासत और गुरू मर्यादा से संबंधित दर्शाये जाते दृश्यों को मुकम्मल रूप से जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब पेश करेगा। उन्होंने बताया कि इस बोर्ड में ज्ञानी हरप्रीत सिंह जत्थेदार तख्त श्री दमदमा साहिब, ज्ञानी मान सिंह ग्रंथी श्री हरिमंदिर साहिब, भगवंत सिंह सियालका अंतरिंग मैंबर, हरदीप सिंह, बीबी किरणजोत कौर, सचिव धर्म प्रचार कमेटी, परमजीत सिंह चेयरमैन धर्म प्रचार कमेटी दिल्ली सिख गुरूद्वारा कमेटी, ज्ञानी परमिंदर सिंह दमदमी टकसाल मेहता, ज्ञानी जसबीर सिंह पूर्व जत्थेदार श्री अकाल तख्त साहिब, ज्ञानी रेशम सिंह शिरोमणि पंथ अकाली बुड्ढा दल  96 करोड़ी, बाबा नागर सिंह चब्बेवाल, मिसल शहीदा तरना दल हरीयां वेला, प्रताप सिंह गुरू गोबिंद सिंह स्टॅडी सर्कल, प्रितपाल सिंह प्रधान गुरूद्वारा दुख निवारण साहिब लुधियाना, डा. बलकार सिंह पटियाला, डा. इन्द्रजीत सिंह गोगोआनी, प्रो. अमरजरीत सिंह, डा. गुरमीत सिंह सिंह सिद्धू, प्रो. सर्बजीत सिंह एग्रीक्लचर विश्वविद्यालय लुधियाना, डा. सरबजिंदर सिंह लुधियाना, डा. हरपाल सिंह पन्नू, सुखदेव सिंह भौर शामिल है। उन्हाेंने आदेश करते हुए कहा कि सिख धर्म से संबंधित कोई भी फिल्म, नाटक आदि बनाने से पहले श्री अकाल तख्त साहिब से मंजूरी प्राप्त की जाये। सिख इतिहास, सिख विरासत और गुरू मर्यादा से संबंधित सिख इतिहास तथा दर्शाये जाते दृश्यों को मुकम्मल रूप में जांच करने के लिए ही इस बोर्ड की स्थापना की गई है। उन्होने कहा कि इसके कोआर्डीनेटर स. सिमरजीत सिंह उप सचिव धर्म प्रचार कमेटी होंगे।