कुमार बने कर्नाटक के स्वामी

बेंगलुरु, 23 मई (वार्ता): एच डी कुमारस्वामी ने कर्नाटक के नये मुख्यमंत्री और डॉ. जी परमेश्वर ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल वजूभाई वाला ने विधान सौध प्रांगण में आयोजित समारोह में हज़ारों समर्थकों के बीच कुमारस्वामी और डॉ. परमेश्वर को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कुमारस्वामी पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के पुत्र एवं जनता दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वहीं परमेश्वर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। कुमारस्वामी ने राज्य के 25वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। उन्होंने दूसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य की बागडोर संभाली है। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मंच पर भाजपा विरोधी दलों की एकजुटता दिखाई दी। समारोह में पहुंची संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन अध्यक्ष सोनिया गांधी और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती मंच पर एक-दूसरे से गले मिलीं और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ खड़े होकर वहां उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। इस अवसर पर केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी समेत कई दलों के नेता उपस्थित थे। शपथ ग्रहण समारोह से पूर्व लगभग 45 मिनट तक मूसलाधार बारिश होती रही और मंच तक पानी में पूरा डूब गया। इसके बावजूद समर्थकों का उत्साह ठंडा नहीं हुआ और वे समारोह स्थल पर डटे रहे। कुमारस्वामी ने बारिश को सरकार के लिए शुभ शगुन बताया। कुमारस्वामी के मंत्रालय में कुल 33 सदस्य होंगे जिनमें जद (एस) के 12 और कांग्रेस के 21 सदस्य होंगे। मुख्यमंत्री के 25 मई को विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किये जाने की संभावना है। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री बी एस येद्दियुरप्पा के इस्तीफे के बाद कुमारस्वामी को सरकार बनाने का आमंत्रण दिया था। श्री येद्दियुरप्पा ने शपथ ग्रहण के महज तीन दिन बाद विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। समारोह में भाजपा विरोधी दलों का जमावड़ा रहा। मंच पर कई ऐसे दलों के नेता भी साथ नज़र आये जो लंबे समय से एक-दूसरे के घोर विरोधी हैं। इनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल हैं।  उत्तर प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती को लेकर भी काफी चर्चा रही। सपा और बसपा उत्तर प्रदेश में हुए दो लोकसभा सीटों के उपचुनाव में साथ आ चुके हैं। दोनाें नेता संभवत: पहली बार एक साथ एक मंच पर नज़र आये। समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख अजीत सिंह, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, जनता दल (यू) से अलग हुए शरद यादव और अभिनेता से नेता बने कमल हासन उपस्थित थे। श्रीमती गांधी और सुश्री मायावती एक-दूसरे से बहुत गर्मजोशी से मिलीं। वहीं भाजपा ने कांग्रेस और जद (एस) पर अनैतिक गठबंधन बनाने का आरोप लगाते हुए आज ‘काला दिवस’ मनाया। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद श्री कुमारस्वामी और डा. परमेश्वर ने कैबिनेट की रस्मी बैठक में भाग लिया। बैठक में कोई महत्वपूर्ण निर्णय नहीं लिया गया। वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कुमारस्वामी को मुबारकबाद दी।