बिल्लियां व़फादार नहीं, अमीर भी हो सकती हैं

अगर पैरिस को दुनिया का महिला शहर कहते हैं तो रोम को बिल्लियों का शहर कहा जाता है। अमरीका दुनिया में बिल्लियां पालने का दूसरा बड़ा शौकीन देश है। अमरीका में बिल्ली का सम्मान ही नहीं किया जाता, बल्कि उनको कानूनी अधिकार भी हासिल है। अमरीका के हर तीसरे घर में बिल्ली देखी जा सकती है। पैरिस ने लिपस्टिक और ऊंची एड़ी के सैंडल दिए हैं। महिलाएं खुश ही इस शहर में आकर होती हैं और रोम में खूबसूरत बिल्लियां और अमरीका में बिल्लियों की परवरिश और खाद्य-सामग्री की अलग कम्पनियां और कारोबार हैं।
दुनिया में गायों, भैंसों, घोड़ों और कुत्तों के बाद बिल्ली गिनती में पांचवें स्थान पर है और लगभग 27 करोड़ बिल्लियां इस धरती पर सांस ले रही हैं। जीव-विज्ञान के अनुसार बिल्ली, चीता, शेर और तेंदुआ एक ही परिवार के सदस्य गिने जाते हैं। इनकी शक्ल आंखें, नाक, मूंछे और पूंछ की बनावट एक जैसी होती है। बिल्ली चाहे कुत्ते का शिकार है, लेकिन वह उपरोक्त परिवार में होने पर भी पूंछ को स्वाभिमान में ऊपर उठाकर रखती है। जानवरों के स्त्री लिंग पात्रों में बिल्ली जानवर है, जिसकी मूंछे हैं और वह भी नब्बे डिग्री पर खड़ी रहती हैं। बिल्ली अंधेरे में चाहे न भी दिखाई दे लेकिन उसकी चमकती आंखें बहुत दूर से दिखाई पड़ जाती हैं। चाहे जानवरों के इतिहास या जीव-विज्ञान में यह बात कहीं भी हवाले में नहीं मिलती कि बिल्ली अपने बच्चों को लेकर सात घरों में घूमती है या फिर प्रसव प्रक्रिया के पूरे होते अपनी जेर क्यों खा जाती है। लेकिन डाक्टरों की राय के अनुसार बिल्ली असल में डरपोक जानवर है। चाहे वह इस बात से भी डरती है कि कोई कुत्ता न उसके छोटे बच्चों को निगल जाए इसलिए घर-घर में वह उनको छिपाती-फिरती है। इसलिए जब तक उसके बच्चे उछलने-कूदने के योग्य नहीं होते, उनको एक स्थान पर टिका कर नहीं बैठाती। जो जेर का मामला है, यह और भी कई जानवर खा लेते हैं। उसके बच्चे तीन महीनों में अपना खाना ढूंढने, जीने और छिपने-छिपाने के खेल में समर्थ हो जाते हैं। अगर बिल्ली को दूध और संतुलित आहार मिले तो वह स्वस्थ रहती है। वैसे चूहों की अपेक्षा दूध बिल्लियों की खुराक अधिक है। इसलिए अपने गांवों में दूध की कड़ाही बचाने के लिए ऊपर बाण की जाली डाली जाती रही है। हाथी के दांत और शेर की खाल की तरह, बिल्ली की खाल भी उसकी मौत का कारण बनी हुई है। उसकी खाल के जूते बड़े महंगे बिकते हैं। लेकिन सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि बिल्ली को खाल उतारने के समय बहुत जुल्म सहन करना पड़ता है। बैंकांक, सिंगापुर टैंगो और कई अन्य अफ्रीकी देशों में कुत्ते और बिल्ली के मास को बड़े चाव से पकाया और खाया जाता है। जंगली बिल्ले की तरह अति गर्म तासीर वाला बिल्ली का मांस खाना कोई आम इन्सान के वश की बात नहीं। बिल्लियों की दुनिया की सबसे बड़ी पनाहगाह रोम (इटली) में है। दुनिया में बिल्लियों की किस्में पंद्रह हज़ार से अधिक है और इस पनाहगाह में इनमें से अधिक बिल्लियां घर का शृंगार बन चुकी हैं। कुछ लोग तो सारा दिन इन बिल्लियों के साथ गुज़ारते हैं, भोजन देने को पुण्य का काम समझते हैं। बिल्ली भी कुत्ते की तरह आज्ञाकारी जानवर है। घरों में इनका पालन-पोषण करने वालों से पूछ कर देखें यह अपने मालिक के आदेश का उल्लंघन नहीं करती और वफादारी का सबूत भी दे रही होती हैं। शायद यह बात मन को न लगे कि बिल्लियां भी दुनिया में सबसे अमीर हो सकती हैं। लेकिन बलैकी दुनिया की सबसे अमीर बिल्ली है, जिसको विरासत में 13 मिलियन डॉलर की सम्पत्ति अपने ब्रिटिश नागरिक वैनरी जिनकी 1988 में मौत हो गई थी, से मिली है। इटली की ‘टोमासो’ बिल्ली भी 13 मिलियन डॉलर की सम्पत्ति की मालकिन बनी जो उनको अपनी मालकिन मारिया एसुंटा की 2011 में हुई मौत के बाद मिली। अगर आप न्यूयार्क मैगजीन की ओर से वर्ष 2017 में दर्शाए गए फैशन आइकान लैगरफील्ड के बारे में यकीन करते हैं तो उसकी पालतू चोपैटे उससे ज्यादा प्रसिद्ध और अमीर बनी। लैगरफील्ड के अनुसार चोपैटे अन्य जानवरों को नफरत करती है लेकिन वह हमेशा उसके साथ रहती है। इस बिल्ली ने पिछले वर्ष 3.3 मिलियन डॉलर की कमाई की। जापान की ब्यूटी प्रोडक्ट और जर्मन की कार कम्पनी ने चोपैटे को अपने व्यापारिक विज्ञापनों के द्वारा स्पैशल बना दिया। ग्रंपी इंटरनेट पर प्रसिद्ध मॉडल है और सुपर स्टार के तौर पर सौ मिलियन डॉलर कमा चुकी है। टारा ‘द हीरो कैट’ तब सुर्खियों में आई जब उसने अपने मालिक के बच्चों को पड़ोसी के कुत्ते के हमले से बचाया था। तब से ही उस पर पैसों की बरसात शुरू हो गई। हर कोई उसको विज्ञापनों में लाने के लिए उतावला था और वह अपने मालिक के लिए आधा मिलियन डॉलर कमाई करने लग पड़ी थी। ‘मारू’ बिल्ली जापान के सबसे सातवें प्रसिद्ध यू ट्यूब चैनल पर छायी रही, वीडियो विज्ञापन में उसको लाखों की संख्या में देखा जाता है और उसने अपनी प्रसिद्धी को ऑफ लाइन क्षेत्र में भी सिद्ध किया है। उसकी किताबें और डी.वी.डी. डीलें उसके परिवार की कमाई में 181,000 डॉलर का बढ़ावा करती हैं। इसी तरह लंदन की कोकिला अरबपति बनी हैं। लंदन में साउथाल के निकट एक टाऊन है हैरो। यहां एक आलीशान घर में रहती है यह अरबपति बिल्ली। हुआ यूं कि एक गोरी कैफीना अकेली रहती थी और उसने छ:सात वर्ष पहले एक छोटी-सी बिल्ली को घर लाकर बच्चों की तरह पाला और दोनों का आपस में इतना प्यार हो गया कि दोनों एक ही बिस्तर पर सोती थी। इस बुजुर्ग औरत का कोई भी वारिस नहीं था और उसने सारी वसीयत इस कोकिला नाम की बिल्ली के नाम कर दी थी। इस तरह जानवरों का मनुष्य से बेइंतहा प्यार का रिकार्ड होने वाला यह शायद दुनिया में पहला इतिहास है। पेट भर कर खाना खाने के बाद भगवान के शुक्रिया के लिए जीभ-जुबान से दोस्ती कर रही होती है। तबाही के लाभ जिनकी ज़िन्दगी में नहीं आए, उन्होंने ज़िन्दगी का राग तो गाया है लेकिन साज़ नहीं बजाए और जिन्होंने मोह तो किया है लेकिन जानवरों से नहीं, वह सिर्फ सोए हुए ही समझदार हो सकते हैं।