चमगादड़ केरल में निपाह विषाणु फैलने के मूल स्रोत नहीं : रिपोर्ट

नई दिल्ली, 26 मई (भाषा): केरल के कोझीकोड और मलप्पुरम ज़िलों से चमगादड़ों से एकत्रित नमूनों की जांच में उनमें निपाह विषाणु नहीं मिला है। यह बात एक केन्द्रीय मैडिकल टीम ने स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपी गई एक रिपोर्ट में कही  है। कोझीकोड और मलप्पुरम ज़िलों में निपाह विषाणु के संक्रमण से 12 व्यक्तियों की मौत हो गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि रिपोर्ट में निपाह विषाणु फैलने में चमगादड़ और सूअर के मूल स्रोत होने से इन्कार किया गया है। मैडिकल टीम अब निपाह विषाणु फैलने के अन्य संभावित कारणों का पता लगा रही है। कुल 21 नमूने एकत्रित किये गए थे जिसमें से सात चमगादड़, दो सूअर, एक गोवंश और एक बकरी या भेड़ से था। इन नमूनों को भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान और पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजा गया था। अधिकारी ने कहा कि इन नमूनों में उन चमगादड़ों के नमूने भी शामिल थे जो कि केरल में पेराम्बरा के उस घर के कुएं में मिले थे जहां शुरुआती मौत की सूचना मिली थी। इन नमूनों में निपाह विषाणु नहीं पाये गए हैं। ऐसे लोग जिनके निपाह विषाणु से संक्रमित होने का संदेह था उनके नमूनों में भी यह विषाणु नहीं पाया गया है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि इस विषाणु से संक्रमित होने वाले केवल 15 पुष्ट मामले हैं जिसमें से 12 ऐसे हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है।