स्टेशनों के बाद अब ट्रेनें करेंगी स्वच्छता की चुनौती का सामना

 नई दिल्ली, 27 मई (भाषा) : रेलवे स्टेशनों के बाद अब भारतीय रेल की 200 से अधिक ट्रेनें ‘ सबसे स्वच्छ ट्रेन ’ का दर्जा पाने की होड़ में है। रेलवे की ओर से ट्रेनों पर किया जाने वाला यह अपनी तरह का पहला स्वच्छता सर्वेक्षण है। वर्ष 2016 में रेलवे ने सरकार के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के तहत देश के सभी स्टेशनों पर कुछ इसी तरह का सर्वेक्षण किया था। इन 210 ट्रेनों के 475 रैक का परीक्षण होने वाला है। इनमें से 386 रैक का पहले ही सर्वेक्षण किया जा चुका है। एक अधिकारी ने बताया कि यह सर्वेक्षण आईआरसीटीसी द्वारा नियुक्त किसी तीसरे पक्ष से कराया जा रहा है। अधिकारी ने बताया, ‘महत्वपूर्ण ट्रेनों की स्वच्छता पर इस तरह का स्वतंत्र सर्वेक्षण हर साल कराया जायेगा और इससे उनमें गौरव का भाव तथा जोनल रेलवे के बीच प्रतिस्पर्धा तथा डिपो के रख रखाव का भाव उत्पन्न होगा। कुछ महीनों में ट्रेनों का सर्वेक्षण पूरा होने की उम्मीद है।’ सर्वेक्षण के तहत ट्रेनों के आकलन में बोर्ड की सुविधा, शौचालयों की स्थिति, यंत्र, उपकरण, मानवश्रम, गलियारे, दरवाजे, डस्टबिन (कचरा रखने का डब्बा), लिनेन, पेस्ट मैनेजमेंट, कचरा प्रबंधन की व्यवस्था, पानी की सुविधा, चलती ट्रेन में हाउसकिपिंग कर्मचारी जैसी सुविधाएं शामिल है।