जापान से नहीं, चीन से आई थी बोनसाई

एक चीनी बोनसाई विशेषज्ञ का दावा है कि पौधों की बौनी प्रजाति उगाने की कला जापान की नहीं बल्कि चीन की देन है। चीन के ‘बोनसाई क्लब इंटरनेशनल’ के कार्यकारी उपाध्यक्ष सू यिची का कहना है कि शंघाई में बोनसाई का एक ऐसा जीवाश्म मिला है, जो करीब दस हजार साल पुराना है। उनके मुताबिक इस जीवाश्म में चीन में बोनसाई के हजारों साल पुराने इतिहास का पता चला है। यिची के मुताबिक उन्होंने तांक राजवंश के एक चित्र में भी बोनसाई देखा है, जिसमें एक महिला को बोनसाई के साथ उकेरा गया है। यिची का कहना है कि बोनसाई चीन से चलकर जापान पहुंचा, जहां उसका प्रचार-प्रसार हुआ और बाद में यह जापान से चलकर यूरोप तथा अमरीकी देशों तक पहुंचा।

      - योगेश कुमार गोयल