डीजीपी ने लिया सच्च्खंड श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में सुरक्षा प्रबंधों का जायज़ा

अमृतसर, 2 जून (रेशम सिंह) : सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में हर वर्ष की तरह 1984 में शहीद हुए सिंह-सिंहनियों की याद में मनाए जाते घल्लूघारा सप्ताह के मद्देनजर पुलिस द्वारा सुरक्षा प्रबंध कड़े कर लिए गए हैं और किसी को भी कानून को अपने हाथों में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी और न ही किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना होने दी जाएगी। यह प्रकटावा आज यहां सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब परिसर में किए गए सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य पुलिस प्रमुख श्री सुरेश अरोड़ा ने किया। उन्होंने कहा कि हर वर्ष ही यह दिन सिख जगत द्वारा शोक का दिन होता है लेकिन इस मौके पर किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेकर भड़काहट न पैदा कर सके और माहौल को शांत रखने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स, आई.टी.बी.पी. की बटालियनों के  अतिरिक्त आंसू गैस टीमें और विशेष स्थिति से निपटने के लिए सवैट टीमों तथा पंजाब पुलिस के जवानों सहित 3200 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। उन्होंने कहा कि अमृतसर के अलावा तरन-तारन, गुरदासपुर व अन्य सीमावर्ती जिलों में भी पुलिस सुरक्षा बढ़ाई जा रही है। आज श्री अरोड़ा द्वारा जहां प्रबंधों का जायजा लिया गया वहीं वह सच्चखंड श्री हरिमंदिर साहिब नतमस्तक भी हुए और अमन शांति के लिए अरदास भी की। पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए श्री अरोड़ा ने कहा कि पंजाब में गैगंस्टरों से निपटने के लिए भी पुलिस पूरी तरह से सतर्क है और गायकों को धमकियां देने वाले गैंगस्टर पर भी पैनी नजर रखी जा रही है, जल्द ही वह भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। इसके अतिरिक्त जेलों में गैंगस्टरों की गतिविधियों पर रोक लगाने सम्बन्धी उन्होंने कहा कि जहां केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं, वहीं जेलों में अपग्रेड जैमर भी लगाए जा रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया की गतिविधियों सम्बन्धी कहा कि यह पुलिस के लिए चुनौती है और पुलिस इस चुनौती से निपटने के लिए भी तैयार है।इस उपरांत उन्हाेंने जी.ओ. मैस में पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग भी की। इस मौके पुलिस कमिश्नर एस श्रीवास्तवा, आईजी सुरिंदरपाल सिंह परमार, परपाल सिंह जिला पुलिस मुखी अमृतसर देहाती, उपिंदरजीत सिंह जिला पुलिस मुखी बटाला, दर्शन सिंह मान जिला पुलिस मुखी तरन-तारन, डीसीपी अमरीक सिंह पवार, जगमोहन सिंह, एडीसीपी लखबीर सिंह, हरजीत सिंह धालीवाल, जगजीत सिंह वालिया इत्यादि के साथ मीटिंग करके सुरक्षा प्रबंधों सम्बन्धी जरूरी निर्देश भी दिए।