राजपुरा थर्मल पावर प्लांट कोयले की कमी के कारण बंद होने की कगार पर

राजपुरा, 5 जून (संदीप चौधरी): राजपुरा के नजदीक का नाभा थर्मल पावर प्लांट इन दिनों कोयले की कमी कारण के बंद होने के नजदीक पहुंच गया है। जब कि एक प्लांट को बढ़िया चलाने के लिए कम-से-कम दो महीनों का कोयले का स्टाक होना जरूरी है। इस प्लांट में आई कोयले की कमी के कारण पंजाब में बिजली संकट ओर बढ़ने के असार पैदा हो गए हैं। जबकि किसानों की फसल का सीज़न सिर पर है और पंजाब में बढ़ रही गर्मी के कारण बिजली की डिमांड भी बढ़ी हुई है। नाभा थर्मल पावर प्लांट के चीफ अधिकारी श्री अथर शहाब ने आज पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुये बताया कि राजपुरा का नाभा थर्मल पावर प्लांट पंजाब का नंबर एक का प्लांट है जो सब से ज्यादा और सस्ती बिजली पैदा कर रहा हैं, परन्तु आज कोयले की कमी के कारण बीती 3 जून को रात 9 बजे इसका एक यूनिट बंद कर दिया गया है। अब चलते दूसरे यूनिट को चलाने के लिए भी एक दिन का कोयला स्टाक में है। जबकि प्लांट के लिए रोजाना की 4 गाड़ी के रैंक चाहिए जबकि मिल एक भी रैंक नहीं रहा है। यदि कोयले की सप्लाई इसी तरह रही तो आने वाले दिनों में इस यूनिट को भी बंद करना पड़ेगा। इस से पहले भी अप्रैल महीनो में प्लांट 10 दिनों के लिए बंद करना पड़ा था। यदि अब यह यूनिट भी बंद करना पड़ा तो पंजाब सरकार को बाहर से मंहगी बिजली खरीदनी पड़ेगी और जिसका सरकार को कम-से-कम 3 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि देश में कोयले की कोई कमी नहीं है पंजाब को जरूरत अनुसार कोयला मिलना चाहिए। वह केंद्रीय कोयला मंत्रालय के साथ बातचीत कर चुके हैं परन्तु उन की तरफ से सरकारी प्लांटों को प्रथमिकता दी जा रही है और कोयला सप्लाई किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब पंजाब सरकार ने नाभा थर्मल पावर प्लांट और लार्सन और ट्रबो कंपनी के साथ इकरार किया था तो कोयला, पानी समेत ओर सहूलतें दिलाने में सहयोग देने का वायदा किया था। इसी दौरान चीफ अधिकारी शहाब ने सरकार को विनती की कि रोपड़ और बठिंडे के थर्मल प्लांट बंद हो जाने के कारण उन का कोटे का कोयला यदि राजपुरा प्लांट को मिलता है तो भी कोयले की कमी दूर हो सकती है। उन्हाेेंने शक जाहीर किया कि अब बरसातों का मौसम भी आने वाला है और उस में रेल के द्वारा आने वाला कोयले में भी देरी होती है। उन्होंने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को भी विनती की कि वह केंद्र सरकार के साथ बातचीत करके पंजाब में बिजली संकट को हल करने के लिए उपराले करें। इस मौके दविन्दर अहोलकर, जसकरन सिंह, गगनदीप सिंह समेत ओर बड़े अधिकारी उपस्थित थे।