शिलांग में कर्फ्यू जारी, स्थिति तनावपूर्ण

खन्ना, 6 जून : मेघालय की राजधानी शिलांग में कर्फ्यू अभी जारी है, स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है, अभी तक सेना भी तैनात है। अभी भी मोबाइल इंटरनैट व वाई फाई सेवा तक बंद हैं। चाहे आज सुबह 7 बजे से 12 बजे तक कर्फ्यू में दी ढील दौरान कोई अनहोनी घटना नहीं हुई। परन्तु स्थानीय सिखों का कहना है कि वह अभी भी सहम में जी रहे हैं। क्योंकि अभी तो पुलिस के साथ-साथ बड़ी संख्या में सेना भी तैनात है। इस दौरान राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सिख सदस्य मनजीत सिंह राय ने आज शिलांग का दौरा किया। राय ने आज इस मामले बारे मेघालय के मुख्यमंत्री से मुलाकात की व मेघालय के डी.जी.पी., चीफ सैक्रेटरी, होम सैक्रेटरी व अन्य उच्च पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक भी की। उन्होंने घटनास्थल पर जाकर पीड़ित सिखों से बातचीत करके स्थिति का जायज़ा भी लिया। स. राय ने कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक कमिशन सिखों के हितों की रक्षा करेगा व किसी भी तरह किसी भी सिख को उनकी जगह से उजाड़ने की इजाज़त नहीं दी जाएगी। जो जहां रह रहा है वह उसी स्थान पर ही रहेगा। आरोपी बख्शे नहीं जाएंगे : मुख्यमंत्री संगमा : अल्पसंख्यक कमिशन के सिख सदस्य व पूर्व भाजपा नेता मनजीत सिंह राय ने आज दोपहर बाद मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा से मुलाकात की व सिखों को इन्साफ देने, उनकी जान-माल की रक्षा करने व उन्हें वहीं पर रहने के लिए कहा। स. राय ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनको बताया कि झगड़े वाले दिन पहले सुबह कुछ लोगों का आपसी झगड़ा हुआ था व पुलिस ने इसका समझौता भी करवा दिया था। परन्तु बाद में सायं को कुछ शरारती लोगों ने खासी नौजवानों को शराब व पैसे बांट उकसाया। जिस कारण यह झगड़ा इतना बढ़ गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस झगड़े के लिए उकसाने वाले लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।चीफ सैक्रेटरी, होम सैक्रेटरी व डी.जी.पी. को बुलाया : बाद में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक कमिशन के सदस्य राय ने मेघालय के चीफ सैक्रेटरी येशी तसेरिंग आई.ए.एस., होम सैक्रेटरी एस. खरतिंगडेह, डी.जी.पी. मेघालय डा. एस.बी. सिंह व कुछ अन्य उच्च पुलिस अधिकारियों को अपने होटल बुला कर उनके पास स्थिति बारे जानकारी के लिए व सिखों की रक्षा हेतु निर्देश भी दिये। सभी नेता लौटे, परन्तु शिलांग में कर्फ्यू व तनाव जारी : गौरतलब है कि शिलांग में सेना अभी तैनात है व कर्फ्यू भी जारी है। परन्तु मुश्किल में फंसे सिखों की रक्षा के लिए गए कांग्रेसी, शिरोमणि कमेटी, दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के प्रतिनिधिमंडल व अल्पसंख्यक कमिशन के सदस्य व अन्य जितने भी नेता शिलांग के सिखों की सहायता के लिए पहुंचे थे वापस भी लौट गए हैं। परन्तु फिर भी शिलांग के सिख  शिलांग में आने वाले नेताओं के धन्यवादी हैं कि मुश्किल की घड़ी उन्हें कोई सांत्वना देने के लिए तो आया।