धरना देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था : अरविन्द केजरीवाल


नई दिल्ली, 12 जून (भाषा): दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उपराज्यपाल अनिल बैजल उनकी मांगों के प्रति ध्यान नहीं दे रहे थे जिसके चलते उनके और उनके मंत्रियों के पास उपराज्यपाल के दफ्तर पर धरना देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा। उपराज्यपाल के कार्यालय से जारी एक वीडियो बयान में केजरीवाल ने कहा कि वह और उनके मंत्री  धरने पर इसलिए बैठे हैं ताकि दिल्ली वासियों को सुविधाएं मिल सके और सरकार अपना काम कर सके। केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री गोपाल राय और सत्येंद्र जैन अपनी मांगे मनवाने को लेकर कल शाम से उपराज्यपाल के दफ्तर में बैठे हुए हैं। इन मांगों में आईएएस अधिकारियों को हड़ताल खत्म करने का निर्देश देने के साथ ही चार महीनों  तक कार्य को बाधित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग शामिल है। साथ ही इन्होंने उपराज्यपाल से राशन की घर - घर डिलिवरी के प्रस्ताव को अनुमति देने को भी कहा है। आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार के मुताबिक अधिकारी मंत्रियों के साथ बैठक में शामिल नहीं हो रहे और उनका फोन नहीं उठाते। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ अधिकारियों ने उन्हें बताया  कि यह हड़ताल उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से आयोजित कराई गई। वहीं अधिकारी संघ का दावा है कि कोई भी अधिकारी हड़ताल पर नहीं है और कोई काम प्रभावित नहीं हुआ।