पहली ही फिल्म के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था मिथुन ने

मुंबई 15 जून (वार्ता) : सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल करने के लिये कलाकारों को जहां कई वर्षो का समय लग जाता है वहीं मिथुन चक्रवर्ती उन चंद अभिनेताओं में शामिल है जिन्हें अपनी पहली ही फिल्म के लिये यह पुरस्कार हासिल हुआ था। वर्ष 1976 में प्रदर्शित फिल्म .मृगया बतौर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के सिने करियर की पहली फिल्म थी। फिल्म में उन्होंने एक ऐसे संथाली युवक ‘मृगया’ की भूमिका निभाई जो अंग्रेजी हूकुमत द्वारा अपनी पत्नी के यौन शोषण के विरूद्ध आवाज उठाता है । फिल्म में उन्हें दमदार अभिनय के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के राष्ट्रीय पुरस्कार  से सम्मानित किया गया था। सोलह जून को कोलकाता शहर में जन्में मिथुन चक्रवर्ती .मूल नाम गौरांग चक्रवर्ती  ने स्नातक की शिक्षा कोलकाता के मशहूर स्कॉटिश चर्च से पूरी की। मिथुन चक्रवर्ती अपने जीवन के शुरूआती दौर में वामपंथी विचारधारा से काफी प्रभावित रहने के कारण नक्सलवाद से जुड़े रहे लेकिन अपने भाई की असमय मृत्यु से उन्होंने नक्सलवाद का रास्ता छोड़ दिया और पुणे फिल्म संस्थान में दाखिला ले लिया। फिल्म ‘मृगया’ की सफलता के बावजूद मिथुन चक्रवर्ती को बतौर अभिनेता काम नहीं मिल रहा था । आश्वासन तो  सभी देते लेकिन उन्हें काम करने का अवसर कोई नही देता था । इस बीच मिथुन चक्रवर्ती को दो अंजाने फूल खिले है गुलशन गुलशन जैसी कुछ फिल्मों में छोटी सी भूमिका निभाने का मौका मिला लेकिन इन फिल्मों से उन्हें कोई खास फायदा नहीं पहुंचा । वर्ष 1979 में मिथुन चक्रवर्ती को रविकांत नगाईच की फिल्म ‘सुरक्षा’ में काम करने का मौका मिला जो उनके सिने करियर की पहली हिट फिल्म साबित हुयी । मारधाड़ और एक्शन से भरपूर इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती एक जासूस की भूमिका में थे । उनका यह अंदाज सिने प्रेमियों को काफी पसंद आया । बाद में वर्ष 1982 में इस फिल्म का सीक्वल ‘वारदात’ बनाया गया ।