बाबा गुरमेल सिंह नानकसर वालों को सेवा सौंपी

जगराओं, 17 जून (नि.प.प.): नानकसर सम्प्रदाय के महापुरुष संत बाबा हरभजन सिंह नानकसर वालों के देहावासन उपरांत उन के नमित सजाए श्री अखंड पाठों के भोग डाले गए। इस दौरान संत बाबा हरभजन सिंह नानकसर वालों की ओर से गुरु साहिब जी की सेवा की ज़िम्मेदारी संत बाबा गुरमेल सिंह नानकसर वालों को सौंपी गई। इस अवसर पर तख़्त साहिबानों के जत्थेदार साहिब, निहंग संगठन, दमदमी टकसाल, संत महापुरुष, शिरोमणि कमेटी, शिरोमणि अकाली दल, कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने संत बाबा गुरमेल सिंह नानकसर वालों को दस्तारें भेंट की। नानकसर में संत बाबा हरभजन सिंह नानकसर वालों की स्मृति में दो श्रंखलाओं में करवाए 139 श्री अखंड पाठ , देश विदेश में श्रद्धालुओं की ओर से 166 श्री अखंड पाठ, 19 श्री सहज पाठ, 51 हज़ार जपुजी साहिब, 75 श्री सुखमनी साहिब, 1 करोड़ 26 लाख मूल मंत्र व 2 करोड़ 13 लाख जाप गुरु मंत्र द्वारा किए गए। इन की अरदास संत बाबा गुरमेल सिंह नानकसर वालों ने की। संत बाबा गुरमेल सिंह नानकसर वालों को गुरु  साहिब की सेवा सौंपने संबंधी सर्वसम्मति से हुई स्वीकृति की घोषणा संत बाबा गुरचरन सिंह नानकसर वालों ने की। मंच संचालन की भूमिका भाई तजिंदर सिंह नानकसर वालों की ओर से निभाई गई। संत बाबा गुरमेल सिंह नानकसर वालों कीओर से सिख संगठनों का धन्यवाद किया गया। इस अवसर पर ज्ञानी रघबीर सिंह, ज्ञानी पूर्ण सिंह, जत्थेदार गोबिंद सिंह लौंगोवाल, संत बाबा राम सिंह, संत बाबा लक्खा सिंह, बाबा अवतार सिंह, बाबा परमजीत सिंह, बाबा सुखदेव सिंह, बाबा गुरदेव सिंह, बाबा धन्ना सिंह बड़ूंदी, संत बाबा जोरा सिंह, बाबा मेहर सिंह, बाबा बलजीत सिंह, भाई गुरचरन सिंह गरेवाल शिरोमणि कमेटी सदस्य, शिवराम कलेर, भाग सिंह मल्ला, हरसुरिंदर सिंह गिल, मलकीत सिंह दाखा की ओर से संत बाबा गुरमेल सिंह नानकसर वालों को दस्तारें भेट की गई। इस अवसर पर भाई तजिंदर सिंह ने बताया कि 18 जून को सुबह 7.30 बजे संत बाबा हरभजन सिंह नानकसर वालों की अस्थियां जल प्रवाह होंगी। इस अवसर पर संत बाबा घाला सिंह नानकसर, संत बाबा अरविंदर सिंह नानकसर वालों की ओर से उन के सेवादार उपस्थित थे। इस अवसर पर बाबा गेजा सिंह, बाबा जोगिंदर सिंह, बाबा हरबंस सिंह, बाबा सेवा सिंह, बाबा बलजीत सिंह, बाबा बलवंत सिंह, बाबा सतनाम सिंह, बाबा कुलवंत सिंह, बाबा जस्सा सिंह, बाबा गुरविंदर मांडीवाले व अन्य उपस्थित थे।