कटासराज सरोवर की मौजूदा हालत से पाक हिन्दुओं में निराशा

अमृतसर, 20 जून (सुरेन्द्र कोछड़) : पाकिस्तान में हुई ईद की छुट्टियों के दौरान ज़िला चक्कवाल स्थित हिन्दुओं के प्राचीन कटासराज तीर्थ के दर्शन करने पहुंची पाक की हिन्दू संगत व पर्यटकाें ने सरोवर की मौजूदा हालत को लेकर बड़ी निराशा प्रकट की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ईद की छुट्टियों पर प्रत्येक वर्ष भारी संख्या में पाक के हिन्दू समुदाय के लोक व अन्य पर्यटक श्री कटासराज के प्राचीन मंदिरों, अमृत कुण्ड, प्राचीन बेनाम समाधियों और सिख राज के महान जरनैल स. हरी सिंह नलवा की हवेली आदि देखने जाते हैं। पाक सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद वहां लगाए गए दो ट्यूबवैलों के लगातार चलते रहने के बावजूद श्री अमृत कुण्ड के नाम से प्रसिद्ध पवित्र सरोवर केवल एक-डेढ़ फीट तक ही पानी से भरा जा सका। इवैकूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड के डिप्टी सैके्रटरी (श्राइन्ज़) सईद फराज़ अब्बास ने बताया कि ईद से पहले तालाब में पानी की सम्भाल के लिए सभी प्रयास किए गए थे। तलाब को साफ किया गया था और सरोवर पर एक छोटे हिस्से में दो या तीन फीट पानी भी भरा गया था। इसके अतिरिक्त पानी को सूखी ज़मीन में जाने से रोकने के लिए सरोवर में एक नीली प्लास्टिक की शीट भी बिछाई गई, परन्तु इसके बावजूद ट्यूबवैलों का पानी सरोवर की सूखी मिट्टी ने एक घण्टे में सोख लिया। दूसरी ओर हिन्दू यात्रियों ने सरोवर की हालत को लेकर निराशा प्रकट करते कहा कि सरोवर में पानी बहुत थोड़ा होने के कारण वह स्नान नहीं कर सके और सरोवर स्नान के बिना उक्त यात्रा अधूरी समझी जाती है। बताया जा रहा है कि श्री कटासराज तीर्थ के नज़दीक मौजूद चार सीमेंट फैक्ट्रियों द्वारा अवैध ढंग से पानी श्री अमृत कुण्ड से निकाला जा रहा है, जिससे पानी का स्तर लगातार नीचे जा रहा है और सरोवर की हालत दयनीय बन चुकी है। जबकि सीमैंट फैक्ट्रियों की जत्थेबंदी के एक अधिकारी का कहना है कि जत्थेबंदी ई.टी.पी.बी. द्वारा जारी सभी निर्देशों का पालन कर रही है, परन्तु सरोवर की मौजूदा हालत का जिम्मेवार केवल एक ही सीमेंट प्लांट नहीं है, बल्कि क्षेत्र में पानी की कमी भी इस सभी के लिए जिम्मेवार है। उक्त सरोवर दो कनाल और 15 मरले के क्षेत्र में मौजूद है और इसकी गहराई ज्यादा से ज्यादा 20 फीट है।