राज्य में 10184 मैगावाट तक पहुंची बिजली की मांग

जालन्धर, 21 जून (शिव शर्मा) : धान की बिजाई शुरू होते ही पंजाब में बिजली की मांग 10184 मैगावाट तक पहुंच गई है व एक दिन में ही बिजली की मांग 8621 मैगावाट से बढ़कर 10184 मैगावाट तक पहुंची है। एक दिन में 1384 मैगावाट बिजली की मांग में वृद्धि होने से बिजली की मांग और बढ़ जाने की आशा ज़ाहिर की जा रही है। पंजाब में मंगलवार को 2292 लाख यूनिट बिजली की सप्लाई की गई है। 1750 लाख यूनिट से 543 लाख यूनिट बिजली की मांग में इजाफा हुआ है जोकि 2292 लाख यूनिट तक पहुंचा है। राज्य में इस समय बिजली के थर्मल प्लांट से सबसे ज्यादा बिजली उत्पादन हो रहा है। राज्य में थर्मल प्लांट ने 981 लाख यूनिट बिजली उपलब्ध करवाई है जिनमें लहरा मुहब्बत और रोपड़ ने 140 लाख यूनिट और 118 लाख यूनिट बिजली उपलब्ध करके योगदान डाला है। निजी क्षेत्र में तलवंडी साबो थर्मल प्लांट ने 370 लाख यूनिट और राजपुरा थर्मल प्लांट ने 317 लाख यूनिट बिजली सप्लाई की है। पावरकाम ने धान की बिजली के समय में ट्यूबवैलों के लिए 8 घण्टे बिना रुकावट बिजली सप्लाई देने का प्रबन्ध किया है जोकि 20 जून से बिजली सप्लाई करने का कार्य आरम्भ कर दिया गया है। एक जानकारी के अनुसार बिजली की मांग ज्यादा से ज्यादा 12500 मैगावाट तक जाने की उम्मीद है। रोपड़ थर्मल प्लांट के चार यूनिट और लहिरा मुहब्बत के चार में से तीन यूनिट बिजली उत्पादन कर रहे हैं। एक तरफ तो पंजाब में बिजली उत्पादन की मांग में लगातार इजाफा हो रहा है, अपितु दूसरी ओर हरियाणा में बिजली की मांग 8800 मैगाटाव तक पहुंच गई है। इस समय पूरे उत्तरी क्षेत्र में बिजली की मांग मंगलवार को 53675 मैगावाट के मुकाबले सबसे ज्यादा मांग 56683 मैगावाट तक पहुंच गई थी। बी.बी.एम.बी. से ही 333 लाख यूनिट बिजली सप्लाई की गई है। मौसम विशेषज्ञों ने वैसे जुलाई के पहले सप्ताह में मौनसून की पहली वर्षा आने की सम्भावना ज़ाहिर की है जिससे बिजली विशेषज्ञों को आशा है कि अच्छी वर्षा होने से बिजली की मांग में कमी आ सकती है। याद रहे कि पावरकाम के चेयरमैन स. बलदेव सिंह सरां भी दावा कर चुके हैं कि पावरकाम ने धान की रोपाई के समय के लिए 13000 मैगावाट बिजली का प्रबन्ध किया हुआ है। वैसे इस समय अधिकारियों की ड्यूटियां भी बिना रुकावट बिजली देने पर लगाई गई हैं ताकि किसी तरह की परेशानी किसानों को न आए।