पाक सिख खुरम एजेंसी स्थित गुरुद्वारा तला साहिब की करेंगे 25 से 27 जून तक यात्रा

अमृतसर, 22 जून (सुरेन्द्र कोछड़): पेशावरी सिख संगत पाकिस्तान के फाटा (संघीय तौर पर प्रशासित कबायली क्षेत्र) की खुरम एजेंसी इलाके में गुरुद्वारा तला साहिब नाम से मौजूद तीन गुरुद्वारों की 25 से 27 जून तक यात्रा करेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली पातशाही गुरु नानक देव जी से संबंधित पहाड़ी पर बने उक्त गुरुद्वारों की यात्रा हर वर्ष पेशावर व अन्य इलाकों से 2000 के लगभग संगत पहुंचती है। बताया जा रहा है कि फाटा में हुए शिया सुन्नी दंगों के बाद उक्त इलाकों में रहते सिख परिवार यहां से पेशावर, बुनेर, अटक, श्री पंजा साहिब, लाहौर सहित अन्य शहरों में बस चुके हैं और मौजूदा समय में उपरोक्त गुरुद्वारों की देखरेख वहां के स्थानीय प्रशासन द्वारा की जा रही है। यात्रा के दौरान गुरुद्वारा साहिब की सफाई, रंग-रोगन व निशान साहिब का चोला बदलने की सेवा पेशावरी सिख सेवा सोसायटी व गुरु नानक नाम लेवा प्रबंधक कमेटी फाटा द्वारा की जाती है। उल्लेखनीय है कि खुरम एजेंसी के इब्राहिम ज़ई (पुराना नाम ब्रह्म ज़ई), मलाला डैम व मलीखेल में मौजूद तीनों गुरुद्वारों को पेशावरी सिख संगत द्वारा तला साहिब के नाम से सम्बोधित किया जा रहा है, जबकि पुरातन दस्तावेज़ों में इन गुरुद्वारों के नाम गुरुद्वारा थड़ा साहिब, गुरुद्वारा कोठा साहिब व गुरुद्वारा चश्मा साहिब नाम के तहत दर्ज हैं। ऐतिहासिक दस्तावेज़ों के अनुसार गुरु नानक देव जी अफगानिस्तान से हसन अब्दाल (गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब) को जाते समय उपरोक्त इलाकों में पधारे थे। पुस्तक ‘गुरधाम दीदार’ के अनुसार उक्त इलाके के हंगू शहर की मिरानज़ई घाटी के पास श्री गुरु नानक देव जी की यादगार ‘गुरुद्वारा चश्मा साहिब’ सुशोभित है। सीमावर्ती संगत को जल की तंगी देखकर गुरु जी ने यहां से ठंडे जल का चश्मा जारी किया था। मिरानज़ई घाटी से गुरु जी नरियाब पधारे और संत गोबिंद के घर निवास किया। गुरु साहिब के पधारने के स्थान पर संगत द्वारा यादगार ‘गुरुद्वारा थड़ा साहिब’ व उनके ब्रह्म ज़ई पहुंचने पर यादगार के रूप में गांव में गुरुद्वारा कोठा साहिब स्थापित किया गया।