अपनी खूबसूरती के लिए विख्यात लंदन का टावर ब्रिज

ब्रिज दो रास्तों को जोड़ने के लिए बनाया जाता है लेकिन दुनिया में कई ऐसे ब्रिज हैं जो केवल रास्ते नहीं हैं। ये ब्रिज ऐसे हैं जिनके पास पहुंचने पर आपको दो पल ठहरने का मन करता है, जिन्हें आप बिना पलकें झपकाए देर तक देखते रहते हैं। इनमें दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए विख्यात टावर ब्रिज भी है।  अगर कोई यूरोप घूमने जाता है तो इंग्लैंड की राजधानी लंदन में स्थित विश्व प्रसिद्ध टावर ब्रिज देखे बिना उसका घूमना पूरा नहीं होता। यह ब्रिज अपनी भव्यता के साथ-साथ निर्माण कला के लिए भी प्रसिद्ध है। सम्पूर्ण यूके में नदियों पर बने पुलों की कमी नहीं है। मगर जो खूबसूरती लंदन के टावर ब्रिज में है वैसी दुनियां के अन्य स्थानों पर बने पुलों में कम ही देखने को मिलेगी। इसकी विशेषता यह है कि यह बेसकूल ब्रिज है। बेसकूल ब्रिज का अर्थ है कि ऐसा ब्रिज जो जहाज के निकलने के लिए खुल जाता है और फि र से जुड़ सकता है। ऐसे पुल गतिशील पुल कहे जाते हैं। सन् 1700 और 1800 के दशकों के दौरान लंदन में थेम्स नदी को पार करने के लिए अनेकों पुल बनाए गए थे। टावर ब्रिज थेम्स नदी पर बना हुआ खूबसूरत पुल है।  टॉवर ब्रिज का निर्माण 1886 में शुरू हुआ और पूरे आठ साल में 432 मजदूरों की मदद से तैयार होकर यह 1894 में आम लोगों के लिए खोला गया। यह उत्कृष्ट वास्तुकला और लंदन के इतिहास का एक शानदार प्रदर्शन है। इस पुल के दोनों तरफ  दो टावर या मीनारें हैं। इन मीनारों को जोड़ने के लिए ऊपर पैदल चलने के दो रास्ते हैं और नीचे गाड़ियों की आवाजाही के लिए एक सड़क है। ये रास्ते इस सड़क से 34 मीटर की ऊंचाई पर हैं और नदी में ज्वार का पानी जितना ऊपर उठता है, उस निशान से ये रास्ते करीब 42 मीटर की ऊंचाई पर हैं। इस पुल की सड़क बीच से दो हिस्सों में अलग हो जाती है। हर हिस्से का वजन  1,200 टन है और पूरे 86 डिग्री कोण तक ऊपर उठता है। दस हजार टन जितना भारी जहाज भी आराम से इस पुल के नीचे से पार हो सकता है। थेम्स नदी पर बना हुआ यह पुल नई टेक्नॉलजी का एक जीता जागता प्रमाण है। टावर ऑफ  लंदन के करीब बना यह पुल इस तरह से बनाया गया है कि इसे बीच से कभी भी अलग किया जा सकता है। इसके नीचे से जब भी कोई बड़ा शिप गुजरता है तो इसे ऊपर उठा लिया जाता है। प्रिंस ऑफ  वेल्स ने 30 जून 1994 को इसका उद्घाटन किया। टावर ब्रिज  लंदन का बिख्यात बैस्क्यूल सेतु और सांस्कृतिक प्रतीक है। थेम्स नदी पर बना यह पुल लंदन के लैंडमार्क के तौर पर दुनिया में विख्यात है। इसका निर्माण कार्य 1886 में शुरू हुआ और 1994 में बनकर तैयार हुआ। 244 मीटर लंबा तथा दो मीनारों वाला यह पुल ऊपरी स्तर पर दो पैदल रास्तों से जुड़ा है। टॉवर ब्रिज पर हर दिन करीब 22 हजार वाहनों सहित 40 हजार लोग गुजरते हैं। यह टेम्स नदी को पार करने के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है। रोजाना लाखों पर्यटक इस पुल को देखने आते हैं।

—बाल मुकुन्द ओझा