अमरीका की जेल में बंद 52 पंजाबी युवकों की रिहाई के प्रयास तेज़

सियाटल, 25 जून  : गत कई दिनों से जो भारतीय पंजाबी लड़कों का ओरीडन (अमरीका) ज़ेल में बंद वाला मामला गर्माया हुआ है। सियाटल से लगती ओरीडन स्टेट के शहर शैरीडन में ‘शैरीडन फैडरल जेल’ में यह 52 पंजाबी नौजवान बंद हैं। इस जेल का नाम ‘शैरीडन फैडरल कनैक्शन इंस्टीच्यूट’ है। ताज़ा जानकारी देते हुए आज साऊथ वैस्ट सिख कम्यूनिटी ओरिगन के प्रमुख प्रवक्ता पवनीत सिंह ने बताया कि वह आज शैरीडन जेल गए थे व आज जेल के बाहर लगभग 500 व्यक्ति इकट्ठे हुए व जेल में बंद व्यक्तियों की सहायता करने के लिए यह सभी इकट्ठे हुए थे व इनमें 100 से अधिक पंजाबी सिख समुदाय के लोग भी थे। इस मौके पर सिख समुदाय की सहायता करने के लिए ओरीडन की चार चर्चें (इसाई समुदाय) के लोगों ने यहां जेल के बाहर ही आज प्रार्थना की व जेल में बंद विभिन्न व्यक्तियों की तंदूरुस्ती व जल्दी जेल से बाहर आने की कामना की। इन सभी लोगों के लिए ओरीडन के गुरु घरों द्वारा लंगर का प्रबन्ध भी किया गया था। पवनीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि 100 के लगभग व्यक्ति जिनमें ज्यादा नौजवान हैं ऐरीजोना व कैलीफोर्निया से अमरीका की सीमा पार करते पकड़े गए थे व इनको यहां की जेल लाया गया है, जिनमें 52 पंजाबी नौजवान हैं। उन्होंने कहा कि ओरीडन के गुरु घर गुरुद्वारा गुरु राम दास जी वैंकूवर, गुरुद्वारा दशमेश दरबार आफ सैलम, ओरीडन व गुरुद्वारा सिख सैंटर ओट ओरीडन सांझे तौर पर इन जेलों में बंद नौजवान से मिलने का प्रयास कर रही है परन्तु अभी तक सफलता नहीं मिली परन्तु जल्द ही इन नौजवानों तक पहुंचा जाएगा। सियाटल के समाजसेवी संगठन ‘सोच डाट सैंटर’ के प्रमुख प्रवक्ता बलवंत सिंह औलख ने आज ‘अजीत समाचार’ को बताया कि अमरीका का बार्डर पार करके आए लगभग 150 भारतीय जिनमें ज्यादा पंजाबी हैं। सियाटल के नज़दीकी शहर टकोमा की जेल (टकोमा नोर्थ वैस्ट डिटैनशन सैंटर) में पिछले 6 महीने से बंद हैं। इनकी संस्था ‘सोच डाट सैंटर’ द्वारा प्रत्येक सप्ताह जेल में जाकर इन व्यक्तियों से कौंसलिंग करते हैं, पाठ करते हैं, अरदास होती है व प्रत्येक सप्ताह इनके साथ मुलाकात करके इनकी कठिनाईयां सुनते हैं। इनको कानूनी मदद के लिए सहायता प्रदान करवाते हैं।