रोडवेज़-पनबस की हड़ताल से लाखों यात्री हुए परेशान

लुधियाना, 25 जून (भूपिंद्र बैंस): पंजाब रोडवेज और पनबस के कर्मियों की तरफ से मांगो को लेकर लुधियाना समेत पंजाब के सभी डिपो में हड़ताल कर बसो का चक्का जाम रखा गया, जिस कारण पंजाब सरकार को बसों के किराए से आने वाली कमाई का बड़े स्तर पर घाटा पडा। इस मौके पंजाब रोडेवेज और पनबस कंट्रैक्ट वर्कर्ज यूनियन पंजाब के लुधियाना स्थित डिपो में कर्मियों को संबोधित करते हुए मुलाजिम नेता सिंकदर सिंह, बलराज सिंह और अमरजीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार और ट्रांसपोर्ट विभाग पंजाब रोडवेज और पनबल के ठेका कर्मियों की सेवाएं नियमित करने की बजाए उनको परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से बार-बार कर्मचारी यूनियन को भरोसा देने के बावजूद भी अभी तक कर्मियो की मांगे नही मानी जा रही, ब्लकि कर्मियों का आर्थिक और मानसिक शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 8-10 हजार रुपए मेहनताना देकर कर्मियों से 12 से 15 घंटे काम लिया जा रहा है, जो कि मानवीय अधिकारों की उल्लंघना है। इस मौके मुलाजिम नेता सतनाम सिंह और गुरविंद्र सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी ट्रांसपोर्ट को फेल कर निजी ट्रांसपोर्ट को बादल सरकार की तरह उत्साहित कर रही है, जिससे सरकारी खजाने को घाटा पड़ रहा है। इस मौके सीनियर कर्मचारी नेता प्रदीप कुमार और लुधियाना के प्रधान हरबंस सिंह और मंजीत सिंह गिल ने कहा कि आज की हड़ताल के कारण पंजाब में राज्य सरकार को एक करोड रूपये का घाटा पडा है। अगर पंजाब सरकार कच्चे कर्मियों की सेवाएं लागू करती है तो यहां कर्मियों की मांग पूरी होती है, वहीं पंजाब का खजाने में भी बढौतरी होगी, पर सरकार ऐसा करने से भाग रही है। इस मौके शमशेर सिंह, बलराज सिंह, जतिंद्र सोनी, सुखविंद्र बब्बू, धर्मजीत सिंह, युगराज सिंह, जसविंद्र सिंह, किरणदीप सिंह, दलबीर सिंह व अन्य उपस्थित थे। गौरतलब है कि रोडवेज और पनबस के कर्मियों की हड़तल के कारण यहां छात्रों और रोज आने वाले कर्मियों और सवारियो को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा, वहीं निजी बस आप्रेटरों की चांदी रही। पंजाब रोडवेज और पनबस का चक्का जाम होने के कारण बस स्टैंड के भीतर पहले जैसी रौनक नहीं थी।