खट्टर के बयान ने राजनीतिक माहौल किया गर्म


पिछले दिनों मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा दिए गए एक ब्यान को लेकर प्रदेश के राजनीतिक माहौल में काफी गर्मी आ गई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले रविवार आदमपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों का दौरा करते हुए विभिन्न गांवों में जनसभाओं को संबोधित किया।  इन जनसभाओं में मुख्यमंत्री खट्टर द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल की तारीफ करने और उनके बेटे व आदमपुर के विधायक कुलदीप बिश्नोई के बारे में की गई तीखी टिप्पणियों ने प्रदेश में न सिर्फ एक नया विवाद खड़ा कर दिया है बल्कि प्रदेश की राजनीति को पूरी तरह से हिला कर रख दिया है। इस मामले में अब दोनों तरफ से तीखी बयानबाज़ी शुरू हो गई है। 
इन जनसभाओं में मुख्यमंत्री खट्टर ने कुलदीप बिश्नोई पर राजनीतिक हमला करते हुए कहा था कि वह एक नमूना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भजन लाल ने एक पहचान बनाई थी। परन्तु यह कैसा पुत्र है? पिता के सपूत होते हैं परन्तु इसको उसका उलटा समझ लें। उन्होंने कहा कि आज हम सभी देख रहे हैं कि कुलदीप बिश्नोई का क्या हाल है। मुख्यमंत्री ने सीसवाल, सदलपुर तथा बालसमंद गांवों में सरपंचों तथा प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के कार्यक्रम के तहत कहा था कि स्वर्गीय भजन लाल बहुत मिलनसार और आम आदमी के सुख-दुख में शामिल होने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने राज्य का नाम देश-विदेश में चमकाया और उनके पुत्र कुलदीप बिश्नोई अपने पिता की विरासत को भोग रहे हैं। 
पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल को उनके कार्य स्वभाव के कारण आज भी क्षेत्र और राज्य की जनता याद करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की ओर से कुलदीप बिश्नोई के पिता को मुख्यमंत्री के पद का साझा उम्मीदवार बनाने की पेशकश की गई थी। परन्तु कुलदीप ने स्वयं को दावेदार बताते हुए इस प्रस्ताव को मानने से इन्कार कर दिया। उन्होंने क्षेत्र की जनता को ऐसे स्वार्थी व्यक्ति से बचने और आगामी लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों में सोच-समझ कर प्रतिनिधि चुनने की प्रार्थना की। 
रेणुका, चंद्रमोहन व कुलदीप का पलट वार
कुलदीप बिश्नोई ने मुख्यमंत्री की टिप्पणी पर पल्टवार किया, लेकिन कुलदीप की पत्नी रेणूका बिश्नोई जो हांसी से विधायक भी हैं, ने तो मुख्यमंत्री पर न सिर्फ सीधा हमला बोला बल्कि उन्हें मंदबुद्धि तक कह दिया। उन्होंने कहा कि चौधरी भजन लाल का स्वर्गवास जून 2011 में हुआ था और इसके करीब तीन-चार महीने बाद हमारा भाजपा के साथ गठबंधन हुआ था। इसलिए मुख्यमंत्री को अपने इतिहास और साहित्य की जानकारी ठीक कर लेनी चाहिए। 
रेणुका बिश्नोई ने यह भी कहा कि मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में अब तक के सबसे असफल मुख्यमंत्री साबित हुए हैं। उन्हें हरियाणा के सामाजिक, राजनीतिक और भूगोल का कोई ज्ञान नहीं है। मुख्यमंत्री जैसे गरिमामयी पद पर होते हुए आदमपुर में आकर ऐसी बयानबाजी खट्टर के मानसिक दिवालिएपन का सबूत है। अब तक कुलदीप बिश्नोई व उनके बड़े भाई व पूर्व उप-मुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई के बीच आपसी संबंध ज्यादा मधुर नहीं माने जाते थे। लेकिन कुलदीप पर मुख्यमंत्री द्वारा किए गए राजनीतिक हमले से आहत चंद्रमोहन बिश्नोई भी खुलकर कुलदीप के  पक्ष में आ खड़े हुए। 
मुख्यमंत्री पर किए प्रहार व लगाए गए आरोपों का जवाब मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार राजीव जैन ने दिया। राजीव जैन ने रेणुका बिश्नोई द्वारा मुख्यमंत्री पर की गई अमर्यादित टिप्पणी को बौखलाहट का नतीजा बताया। जैन ने कहा कि गत दिवस आदमपुर में मुख्यमंत्री द्वारा ईमानदारी के साथ भजन लाल के राजनीतिक जीवन की प्रशंसा की गई थी। हरियाणा आवास बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कुलदीप बिश्नोई को आईना क्या दिखाया, उनका परिवार तो मानो सुध-बुध ही खो बैठा है। कोई गलत जानकारी बांटे जा रहा है तो किसी को यह ही समझ नहीं आ रहा कि मुख्यमंत्री ने आदमपुर क्षेत्र में जनसभा में किस चुनाव का जिक्र किया था।  जवाहर यादव के अनुसार मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव का ज़िक्र किया था। कुल मिलाकर मुख्यमंत्री खट्टर द्वारा भजन लाल की तारीफ में व कुलदीप के खिलाफ दिए ब्यान ने पूरे प्रदेश में खलबली मचा दी है।
विशेष संवाददाता, अजीत समाचार
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