पंजाब व हरियाणा सहित उत्तर भारत में मानसून की दस्तक

चंडीगढ़, 28 जून (भाषा): दक्षिण-पश्चिमी मानसून आज पंजाब एवं हरियाणा में समय से पहले पहुंच गया। इस बीच दोनों प्रदेशों में आज बारिश दर्ज की गई और इसके चलते पारा लुढ़क गया। मौसम विभाग, चंडीगढ़ के निदेशक सुरिंदर पॉल ने बताया कि दक्षिणी पश्चिमी मानसून पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली सहित उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में वक्त से पहले पहुंच गया। उन्होंने बताया कि उत्तरी पश्चिमी भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश दर्ज की गई। पॉल ने बताया कि केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ सहित हरियाणा और पंजाब में अधिकांश इलाकों में आज मध्यम से भारी बारिश दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है। अगले दो दिनों के दौरान सुदूरवर्ती इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। हालांकि, इस साल मानसून इन दोनों राज्यों में निर्धारित समय से एक दिन पहले पहुंच गया। अधिकतम तापमान आज दूसरे दिन भी सामान्य से नीचे 29 से 35 के बीच दर्ज किया गया।हिमाचल में पिछले चौबीस घंटों में भारी वर्षा हुई जिससे नदियों के जल स्तर में सुधार आने की संभावना है। मानसून के प्रवेश करते ही पंजाब में कई स्थानों पर जोरदार वर्षा हुई जिससे गर्मी तथा बिजली के कटों से राहत मिली। समय पर मानसून के आने से किसानों के चेहरे खिल गए हैं अब उन्हें पानी के लिये बिजली पर निर्भर नहीं रहना होगा। बल्लोवाल में सर्वाधिक 105 मिमी, हलवारा 45 मिमी, आदमपुर 20 मिमी, गुरदारपुर 13 मिमी,पटियाला 12 मिमी, अमृतसर 11 मिमी, बठिंडा तीन मिमी सहित संगरूर, जालन्धर और कई स्थानों पर मानसून की वर्षा हुई जिससे धरती की प्यास बुझ गई और पेड़ पौधे झूमते नज़र आए। राज्य में अगले 24 घंटों में भारी वर्षा के आसार हैं। हिमाचल में मानसून के दस्तक देते ही अनेक हिस्सों में भारी वर्षा हुई जिससे तपते पहाड़ों को राहत मिली और प्राकृतिक जलस्रोत फिर से भर जाएंगे। हाल में पानी के संकट के कारण शिमला में हाहाकार मच गया जिससे पर्यटन उद्योग प्रभावित हुआ है। नदियों में जल स्तर गिरने से पावर प्रोजैक्टों पर बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ। चंडीगढ़ तथा इसके आसपास कल रात से काले बादल छाये रहे तथा तड़के जोरदार बारिश हुई। अगले 24 घंटों में अनेक स्थानों पर वर्षा की संभावना है तथा कहीं कहीं भारी वर्षा हो सकती है।