धनिया 10 रुपए किलो और तेज़ हुआ


नई दिल्ली, 29 जून (एजेंसी): पुराना स्टॉक अधिक आने के बावजूद घरेलू फसल में पोल आने एवं निर्यातकों की अच्छी लिवाली से धीरे-धीरे धनिये में तेजी का रुख बनने लगा है तथा जुलाई माह के अंत तक इसी लाइन पर 10 रुपए किलो की और तेजी के आसार बन गये हैं।
धनिये का पुराना स्टॉक गत दो वर्षों से अधिक आने एवं नीचे भाव पर पड़ौसी देशों की अच्छी लिवाली चलने से  इसमें तेजी का रुख बनने लगा है। धनिये की प्रसिद्ध फर्म त्रिलोकचंद सुनील कुमार के मालिक सुनील कुमार का कहना है कि इस बार धनिये की फसल आने पर पुराना स्टॉक 90 लाख से लेकर एक करोड़ बोरी के बीच आया था तथा नई फसल 65 लाख बोरी के करीब आई है, जिससे कुल उपलब्धि देखकर बहुत ज्यादा तेजी तो नहीं आनी चाहिए लेकिन अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में घरेलू धनिये के भाव काफी नीचे होने से निर्यात पड़ते लग रहे हैं, ऐसा सुनने में आ रहा है।
 इसी वजह से लगातार डिब्बे में बड़े सटोरिये धनिये की लिवाली में आ गये हैं। रामगंज, कोटा, झालावाड़, भवानीगंज मंडी में जो धनिया 42/44 रुपए किलो बिक गया था, उसके भाव 50/52 रुपए बोलने लगे हैं। बढ़िया बादामी 54 रुपए तक बोल रहे हैं। यहां भी बढ़िया बादामी के भाव 60 रुपए तथा नीचे में 55/56 रुपए का व्यापार हो रहा है। इस बार हल्के माल कम आ रहे हैं, जिससे बढ़िया माल की कदर ऊपर होने लगी है। उत्पादक मंडियों के व्यापारी फसल के पूर्व अनुमान से कम आंकने लगे हैं, जिससे बाजार यहां से अभी और बढ़ जाएगा। उत्पादक एवं स्थानीय बाजार के व्यक्तिगत सर्वे के मुताबिक धनिये के भाव नीचे वाले लग रहे हैं क्योंकि कुम्भराज, नीमच, रतलाम, मंदसौर लाइन मेें धनिये की आवक टूटने लगी है तथा वहां का कारोबारी बिकवाल नहीं आ रहा है। कोटा, रामगंज लाइन में भी आवक का दबाव समाप्त हो गया है तथा वहां से ग्रीन माल निर्यातक एवं बड़ी पिसाई वाली कम्पनियां खरीदने लगी हैं। इसे देखते हुए 10 रुपए किलो की इसी लाइन पर और तेजी लग रही है तथा अधिकतर व्यापारी, जो बादामी यहां 60 रुपए बिक रहा है, उसे 80/85 रुपए बनने की धारणा में बैठ गये हैं।