आतंकवाद पर घिरे पाकिस्तान की मदद को आगे आया चीन


पेइचिंग/नई दिल्ली, 30 जून (इंट, एजैंसी) : आतंकवादी समूहों को फंडिंग रोकने में नाकाम रहे पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने के फाइनैंशल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के फैसले का भारत और अमरीका ने स्वागत किया है। इस बीच अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी में एक बार फिर अलग-थलग पड़ रहे पाकिस्तान की मदद के लिए चीन आगे आ गया है। भारत के परंपरागत प्रतिद्वंद्वी इस पड़ोसी राज्य ने एफएटीएफ के फैसले के इतर कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी को पाकिस्तान पर भरोसा करना चाहिए। चीन ने आतंकवाद के खिलाफ एक्शन लेने के लिए पाकिस्तान की तारीफ भी की है। चीन ने कहा है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में काफी प्रयास किए हैं और उसे बलिदान भी देना पड़ा है। चीन ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की पाकिस्तान के इन प्रयासों को पूर्ण मान्यता दिए जाने की जरूरत है। वर्णनीय कि बुधवार को 37 सदस्यों के एफएटीएफ ने बुधवार को पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाल दिया। ग्रे लिस्ट में शामिल होने वाला पाकिस्तान 9वां देश है। एफएटीएफ ने कहा कि टेरर फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग रोक पाने में रणनीतिक रूप से विफल पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था दुनिया की वित्तीय व्यवस्था को खतरे में डालेगी। उधर, भारत ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालने के एफएटीएफ के फैसले का स्वागत किया है। साथ ही भारत ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान से पनपने वाले आतंकवाद को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जताई जा रही चिंता के समाधान के लिए पड़ोसी मुल्क कुछ विश्वसनीय कदम उठाएगा। एफएटीएफ द्वारा सुझाई गई कार्य योजना को लेकर भारत ने उम्मीद जताई है कि पाकिस्तान समयबद्ध तरीके से इसका पालन करेगा। वहीं अमरीका ने भी है कहा है कि आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान द्वारा उठाए गए कदमों में अब भी बहुत सी खामियां हैं, जिन्हें एफएटीएफ लगातार उठाता रहा है। अमरीकी विदेश मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इन खामियों में संयुक्त राष्ट्र द्वारा चिन्हित आंतकवादी समूहों के लिए निधि जुटाने या उन्हें पैसा भेजे जाने पर रोक न लगा पाना भी शामिल है।