चर्चित पुलिस अधिकारी सुमेध सैनी सेवानिवृत्त


चंडीगढ़, 30 जून (विक्रमजीत सिंह मान) : पंजाब पुलिस के हमेशा विवादों में रहे डी.जी.पी. स्तर के अधिकारी सुमेध सैनी आज सेवानिवृत्त हो गए हैं। 1982 बैच के आई.पी.एस. अधिकारी अकाली-भाजपा सरकार समय राज्य के पुलिस प्रमुख रह चुके हैं व बरगाड़ी गोली कांड पश्चात् पिछली सरकार ने सैनी को हटा दिया था। सैनी को हटा कर अकाली-भाजपा सरकार ने 25 अक्तूबर 2015 को ईमानदार दिखने वाले 1982 बैच के ही आई.पी.एस. अधिकारी सुरेश अरोड़ा को राज्य के पुलिस प्रमुख के तौर पर कमान संभाल दी। सुमेध सैनी 36 वर्षों की सेवा निभा  कर आज सेवानिवृत्त तो हो गए व उनके कार्यकाल दौरान खड़े हुए विवाद व घटनाएं आज भी चर्चा का विषय बनी हुईं। सैनी गर्म खियालियों के हमेशा निशाने पर रहे हैं व अगस्त 1991 में चंडीगढ़ का एस.एस.पी. होते सैनी को बम से उड़ाने की कोशिश की गई थी। इस खतरनाक बम हमले में भी सैनी बाल-बाल बच गए थे जबकि इस हमले में उनके दो सुरक्षा कर्मी मारे गए थे व कई गंभीर घायल हो गए थे।  बताया जा रहा है कि सैनी जब वर्ष 1997 में एक निजी दौरे पर लंदन गए थे तब भी उनको जान से मारने की साज़िश का वहां की पुलिस द्वारा पर्दाफाश किया गया था व अब से ही उनको ज़ैड प्लस सुरक्षा दी गई थी। बताया जा रहा है कि किसी समय सैनी कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के पसंदीदा अधिकारों में एक थे, परन्तु रवि सिद्धू केस व सिटी सैंटर घोटाले के पश्चात् कैप्टन के साथ सैनी के संबंध बिगड़ गए थे। एस.एस.पी. होते सैनी व एक कर्नल की मारपीट करने का भी आरोप लगाया था जिस पश्चात् आर्मी व पुलिस मध्य अच्छा विवाद भी छिड़ा रहा। कुल मिलाकर सैनी अपने कार्यकाल दौरान किसी न किसी विवाद में घिरे रहे हैं। इस समय सैनी पंजाब पुलिस हाऊसिंग कार्पोरेशन के चेयरमैन के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। पूर्व डी.जी.पी. के.पी.एस. गिल के नज़दीकी बताए जाते सैनी बटाला, रूपनगर, लुधियाना, फिरोज़पुर व बठिंडा के भी एस.एस.पी. रह चुके हैं। सुमेध सैनी के भाई दिनेश सिंह भी 1982 बैच के सीनियर आई.ए.एस. अधिकारी हैं जो इस समय उत्तर प्रदेश में उच्च पद पर तैनात बताए जा रहे हैं।