नम आंखों से 13 सिखों का संस्कार

अमृतसर, 2 जुलाई : अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत के पूर्वी शहर जलालाबाद में आतंकवादियों द्वारा सिखों के वाहनों को निशाना बनाकर किए गए आत्मघाती हमले में मारे गए सिख नेताओं में से 13 की पहचान किए जाने के पश्चात् आज सुबह 8 बजे (अफगानिस्तान समय के अनुसार) उनके शव वारिसों को सौंप दिए गए, जिसके पश्चात् अंतिम संस्कार से पहले यह पार्थिव शरीर अंतिम रस्मों के लिए जलालाबाद के गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार में ले जाए गए। बाद दोपहर गमगीन माहौल में मृतकों का संस्कार किया गया। मृतकों की पहचान अफगानिस्तानी सिख भाईचारे के नेता अवतार सिंह खालसा, गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार कमेटी के नेता रवेल सिंह पुत्र कर्म चंद, अमरीक सिंह पुत्र उत्तम सिंह, मेहर सिंह पुत्र दयाल सिंह, इंद्रजीत सिंह पुत्र करोड़ी सिंह, बलजीत सिंह पुत्र सरूप सिंह, तरनजीत सिंह पुत्र कीरत सिंह, अनूप सिंह पुत्र भाई तेजा सिंह, नरिंदर सिंह पुत्र पूर्ण सिंह, मनजीत सिंह पुत्र जयराम, सतनाम सिंह पुत्र तीरा लाल, राजू सिंह व विक्की कुमार के रूप में हुई है। इस हमले में घायल होने वाले सिंह साहिब स. इकबाल सिंह, अवतार सिंह खालसा के पुत्र नरिंदर सिंह व अन्यों को अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल करवाया गया है, जहां कुछ घायलों की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। पाकिस्तान से इस संबंधी बातचीत करते हुए चरनजीत सिंह ने बताया कि पेशावर से 50 से अधिक लोग घायलों की सहायता करने के लिए जलालाबाद पहुंच चुके हैं। मृतकों में शामिल अफगानिस्तान में सिख भाईचारे के प्रतिनिधि अवतार सिंह खालसा, जिनका अक्तूबर 2018 में होने वाले संसदीय चुनावों में अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीट के लिए नाम नामज़द किया गया है और रवेल सिंह जोकि हिन्दू सिख कौंसिल आफ अफगानिस्तान के डिप्टी प्रमुख हैं, अफगानी हिन्दू सिखों के प्रमुख नेताओं में से थे। अफगानिस्तान में पिछले कुछ वर्षों से सक्रिय हुए आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आई.एस.) ने अपनी ऑनलाइन अमाक एजैंसी पर बयान जारी कर इस हमले की ज़िम्मेवारी ली है। वर्ष 1989 में भी हुआ था जलालाबाद के गुरुद्वारे पर हमला : प्राप्त विवरणों के अनुसार जलालाबाद के गुरुद्वारा साहिब में वर्ष 1989 मेें आतंकी संगठन द्वारा आत्मघाती हमला किया गया था, जिस दौरान 22 लोगों की मौत हो गई थी। ऐतिहासिक गुरुद्वारों की देखभाल व सुरक्षा के लिए वहां रहे हैं सिख : बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान में मौजूदा समय जो सिख परिवार रह रहे हैं, यह अफगानिस्तान में मौजूद ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान, गुरुद्वारा भाई नंद लाल गोवा व गुरुद्वारा कोठा साहिब (गज़नी), गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार जी (जलालाबाद), गुरुद्वारा बाबा श्री चंद जी, गुरुद्वारा श्री करता परवान, गुरुद्वारा श्री कोठ साहिब, गुरुद्वारा बाबा नानक, गुरुद्वारा गुरु हरि राय शोर बाज़ार व गुरुद्वारा खालसा (काबुल), गुरुद्वारा चश्मा साहिब खालसा दीवान (सुलतानपुर) की सेवा सम्भाल व सुरक्षा हेतु कई खतरों का सामना करते हुए वहां रह रहे हैं।