कंपनी ने मंत्रालय से कहा, रोकथाम के कदम उठाए जा रहे हैं

नई दिल्ली, 4 जुलाई (भाषा): व्हाट््सऐप ने कहा है कि वह मोबाइल ऐप आधारित संवाद-सम्पर्क के अपने इस प्लेटफार्म पर अफवाहों के चलते कुछ जगह भीड़ की हिंसा की घटनाओं से आहत है। उसने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा इस मंच के दुरुपयोग पर अंकुश लगाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी है। ऐसा मानना है कि देश में हाल में हिंसक भीड़ द्वारा कुछ लोगों को संदेहवश पीट-पीट कर जान से मारने की घटनाओं में व्हाट््सऐप के गलत संदेशों के उकसावे की भूमिका रही। सरकार ने व्हाट््सऐप को कल कड़ाई से कहा था कि वह अपने मंच पर गैर-ज़िम्मेदार तथा भड़काऊ संदेशों के प्रसार को रोकने के उपाय करे। सरकार ने कहा था कि कंपनी अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकती है। व्हाट्सऐप ने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से कहा कि फर्जी खबरें, गलत सूचनाएं और अफवाहों तथा भय फैलने से रोकने के लिए सरकार, समाज एवं प्रौद्योगिकी कंपनियों को साथ मिलकर काम करने की ज़रूरत है। उसने कहा कि व्हाट्सऐप को लोगों की सुरक्षा का ख्याल है इसीलिए हमने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एप बनाया है। कंपनी ने कहा कि वह दो सूत्रीय तरीका अपनाती है। इसमें एक लोगों को खुद को सुरक्षित रखने के लिए नियंत्रण की सुविधा और सूचनाएं दी जाती हैं और वह व्हाट््सऐप का दुरुपयोग रोकने के लिए सक्रियता से काम कर रही है। व्हाट्सऐप ने मंत्रालय को भेजी प्रतिक्रिया में उन कदमों की जानकारी दी है जो फर्जी खबरों और गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने के लिए उठाये जा रहे हैं।