मंत्रियों, विधायकों व वरिष्ठ अधिकारियों के भी ‘डोप टैस्ट’ हों

चंडीगढ़, 5 जुलाई (अजायब सिंह औजला): पंजाब सरकार द्वारा सरकारी कर्मचारियों के ‘डोप टैस्ट’ संबंधी लिए गए फैसले के बाद समूह मंत्रियों, विधायकों और खज़ाने में वेतन ले रहे प्रत्येक व्यक्ति का डोप टैस्ट करवाए जाने की मांग उठनी शुरू हो गई है। सरकारी कर्मचारियों की सिरमौर संगठन ‘पंजाब सिविल सचिवालय स्टाफ एसोसिएशन’ ने कहा है कि सरकार के इस फैसले का वह स्वागत करते हैं परन्तु यह टैस्ट केवल कर्मचारियों का ही नहीं, बल्कि सरकारी खज़ाने में वेतन ड्रा कर रहीं सभी ही श्रेणियों का भी यह डोप टैस्ट होना चाहिए। इसके साथ ही एसोसिएशन के प्रधान सुखचैन सिंह खैहरा और अन्य  पदाधिकारियों ने कहा है कि सरकार के ऊपरी स्तर से लेकर निचले स्तर तक हर व्यक्ति का डोप टैस्ट हो, भाव पंजाब के मुख्यमंत्री, अन्य मंत्रियों, विधायकों, हर पार्टी के प्रधान और पदाधिकारियों, ज़िला प्रधान, सर्कल प्रधान, ब्लाक प्रधान और वर्कर व सरकार के सभी उच्च अधिकारियों का भी डोप टैस्ट किया जाए।खैहरा ने यह भी कहा कि सरकारें अपनी गल्तियों और कमज़ोर प्रबंधकीय नीतियों को छिपाने के लिए सरकार की छवि साफ रखने वाले कर्मचारियों को ही बलि का बकरा बना देती हैं। सरकार द्वारा अपना खाली खज़ाना भरने के लिए भी 200 रुपये प्रति महीना प्रति कर्मचारी विकास टैक्स पहले ही सरकारी कर्मचारियों पर थोपा जा चुका है जबकि उनके बनते हक जैसे कि महंगाई भत्ता, महंगाई भत्ते का बकाया, पुरानी पैंशन स्कीम, बराबर काम बराबर वेतन और 6वां वेतन कमिशन देने से सरकार अभी तक मुंह मोड़ रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य की खुशहाली के लिए इस राज्य के कर्मचारी अपना योगदान दे रहे हैं और देते रहेंगे परन्तु इसका अर्थ यह नहीं की सरकार द्वारा की जा रही ज्यादतियों का कर्मचारी एसोसिएशने कोई नोटिस नहीं लेंगी। एसोसिएशन ने चेतावनी दी कि यदि अकेले कर्मचारियों को ही निशाना बनाया गया तो इसका क्षेत्रीय संगठनों के सहयोग से विरोध किया जाएगा और यह विरोध झेलना सरकार के लिए मुश्किल हो जाएगा। इस मौके पर एसोसिएशन के महासचिव गुरप्रीत सिंह, वरिष्ठ उप प्रधान भगवंत सिंह बदेशा, उप प्रधान सतविंदर सिंह, प्रैस सचिव नीरज कुमार, संयुक्त प्रैस सचिव सुखजीत कौर के अलावा संयुक्त महासचिव सुशील कुमार, संगठन सचिव मनजीत सिंह रंधावा, संयुक्त संगठन सचिव साहिल शर्मा, कोआर्डीनेटर जगदीप कपिल, वित्त सचिव मिथुन चावला, संयुक्त वित्त सचिव प्रवीन कुमार, संयुक्त दफ्तर सचिव अमरवीर सिंह गिल और सलाहकार सुखवीर सिंह उपस्थित थे।