चंडीगढ़ में सिख महिलाओं को हैल्मेट पहनने में छूट दी जाए : लौंगोवाल

चंडीगढ़, 7 जुलाई (एन.एस. परवाना):  एस.जी.पी.सी. के अध्यक्ष भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने ऐलान किया है कि सिख जगत को यू.टी. चंडीगढ़ के प्रशासक वी.पी. सिंह बदनौर का वह फैसला किसी कीमत पर मंजूर नहीं, जिसके अनुसार इस केन्द्रीय क्षेत्र में मोटरसाइकिल व स्कूटर पर सफर करते समय सिख महिलाओं को हैलमेट पहनना कानूनी तौर पर अनिवार्य कर दिया गया है। यहां शिरोमणि कमेटी की धार्मिक मामलों बारे कमेटी की बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए भाई लौंगोवाल ने सवालों की बौछार का जवाब देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारी मांग केवल उन सिख महिलाओं बारे है जिनके नाम के साथ शब्द ‘कौर’ लिखा हो। उन्होंने कहा कि ज़रूरत पड़ी तो मिनी सिख पालिर्यामैंट इस उद्देश्य की कानूनी लड़ाई सुप्रीम कोर्ट तक लड़ेगी और सम्भव है कि बदनौर के साथ जल्द ही मुलाकात भी की जाए। उन्होंने दलील दी कि सिख रहित मर्यादा व परम्परा के अनुसार कोई भी सिख महिला सिर पर हैलमेट नहीं पहन सकती। वह केवल दुपट्टा ले सकती है।नशों विरुद्ध जागरूकता अभियान बैठक में पारित किए गए प्रस्ताव के अनुसार शिरोमणि कमेटी नशों के विरुद्ध ज़ोरदार अभियान शुरू करेगी। प्रचारक गांवों व शहरों में लोगों को जागरूक करेंगे, पम्फलेट छापकर बांटे जाएंगे, सैमीनार व गोष्ठियां की जाएंगी, जो नशों के आदी लोग नशा छोड़ना चाहेंगे उनका मुफ्त इलाज गुरु रामदास अस्पताल अमृतसर में किया जाएगा। यह फैसला भी किया गया कि महान गुरसिख भाई कन्हैया जी के अकाल चलाणे का 300वां समागम 20 सितम्बर को श्री आनंदपुर साहिब में मनाया जाएगा। इसके अलावा बैठक में जम्मू-कश्मीर में इस्लामिक यूनिवर्सिटी अवांतीपोरा पुलवामा में पढ़ती सिख लड़की मनदीप कौर सुपुत्री अमरजीत सिंह को स्थानीय दो लड़कों द्वारा परेशान कर उसे इस्लाम कबूल करने का दबाव डालने व उस पर हमला कर घायल करने की कड़ी निंदा की गई और सिख लड़की द्वारा यूनिवर्सिटी अधिकारियों के पास शिकायत करने व पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज करवाने के बाद भी कार्रवाई न होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। जम्मू-कश्मीर में सिखों की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाए।