लोगों को साफ पानी मुहैया करवाने के लिए : पानी की गुणवत्ता का होगा नियमित निरीक्षण

चंडीगढ़, 8 जुलाई (अ.स) : पंजाब के जल सप्लाई और सेनिटेशन विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के लोगों को पीने वाला साफ पानी मुहैया करवाने के लिए पानी की गुणवत्ता का नियमित निरीक्षण करना यकीनी बनाया जायेगा। यह खुलासा करते हुए राज्य के जल सप्लाई विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि जल सप्लाई विभाग मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा शुरू किये ‘मिशन तंदुरुस्त पंजाब’ के अंतर्गत समूचे पंजाब को तंदुरुस्त और सेहतमंद बनाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य के ग्रामीण निवासियों के स्वास्थ्य और जीवन स्तर में सुधार करने के उद्देश्य से पीने वाले पानी की गुणवत्ता का नियमित निरीक्षण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा विश्व बैंक की सहायता से 2200 करोड़ की अनुमानित लागत वाला पंजाब ग्रामीण जल सप्लाई और सेनिटेशन सैक्टर सुधार प्रोजैक्ट चलाया जा रहा है। इस प्रोजैक्ट का उद्देश्य समूचे पंजाब में घर -घर पानी के मुफ़्त कुनैकशनों के द्वारा 10 घंटे निर्विघ्न जल सप्लाई यकीनी बनाना है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की तरफ से गाँवों में 6.50 लाख घरों को मुफ़्त पीने वाले पानी के कुनैक्शन मुहैया करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब में अब तक 126 गाँवों में 24×7 और 2255 गाँवों में 10 घंटे जल सप्लाई दी जा रही है और 1 लाख 13 हज़ार 943 पीने वाले पानी के कुनैक्शन लगाए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि पंजाब के मोगा, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, अमृतसर और गुरदासपुर जिलों के गाँवों को नहरी पानी को सुधार कर साफ़ और सुरक्षित पीने वाला पानी मुहैया करवाने के लिए 540.61 लाख रुपए की लागत से मल्टी विलेज जल स्पलाई स्कीमें चलाई जा रही हैं। प्रवक्ता ने बताया कि इन नए सुधारों की श्रृंख्ला के अंतर्गत एस.ए.एस.नगर (मोहाली) ज़िले में विश्व बैंक की सहायता से सोलर पावर प्लांट से चलने वाली 60 ग्रामीण जल सप्लाई स्कीमें शुरू की गई हैं, जिससे जहाँ बिजली ख़र्च घटेगा, वहीं बिजली की बचत भी होगी। उन्होंने बताया कि 5192 जल सप्लाई स्कीमें ग्राम पंचायतों की जल सप्लाई और सेनिटेशन कमेटियों द्वारा चलाईं जा रही हैं, जिन्हें विभाग द्वारा अपेक्षित प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। प्रवक्ता ने आगे बताया कि विभाग द्वारा राज्य के लोगों को दूषित पानी से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए एस.ए.एस. नगर (मोहाली) और पटियाला में दो स्टेट ऑफ दी आर्ट वॉटर टेस्टिंग लैबोरेट्रियां स्थापित की गई हैं, जिनको नेशनल बोर्ड ऑफ ऐक्त्रीडेशन ऑफ लैब्ज़ (एन.ए.बी.एल.) द्वारा मान्यता मिल चुकी है। इसके अलावा आधुनिक सुविधाओं और भारी तत्व, दूषित कणों की जांच करने वाली एक लैबोरेट्री अमृतसर में स्थापित की जा रही है।