गिरफ्तारी के समय लूट की कार में सवार था दिलप्रीत

एस. ए. एस. नगर, 11 जुलाई (जसबीर सिंह जस्सी)-गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह बाबा गिरफ्तारी समय जिस सफेद रंग की स्वीफ्ट कार में सवार था, वह कार दिलप्रीत सिंह ने राएकोट से 8 फरवरी 2017 को पिस्टल की नौक पर छीनी थी। उक्त कार जतिंद्र सिंह निवासी गुरतेज़ नगर राएकोट की थी। इस सबंधी चण्डीगढ़ साऊथ के डीएसपी हरजीत कौर ने बताया कि जतिंद्र सिंह इटली से भारत आया था, उसने संधू आटो मोबाइल से कार खरीदी और अगले दिन अपने परिवार के साथ माथा टेकने के पश्चात परिवार को तो दूसरी गाड़ी में घर भेज दिया, जबकि नयी कार को वह अपने मित्र मुकेश को दिखाने ले गया, वह अभी कार दिखा ही रहा था कि अचानक दिलप्रीत सिंह बाबा अपने सार्थियों सहित आकर पिस्टल की नौक पर जतिंद्र से स्वीफ्ट कार छीन ली। बाबे ने एक अन्य सफेद रंग की स्वीफ्ट कार का नंबर नोट कर वही नंबर छीनी हुई राएकोट वाली स्विफ्ट कार पर लगा लिया था। गैंगस्टर रिंदा कैसे बना बाबे का साथी : इस सबंधी स्टेट स्पैशल आप्रेशन सैल के डीएसपी जतिंद्र सिंह ने बताया कि गैंगस्टर हरविंद्र सिंह रिंदा का भाई महाराष्ट्र में कैसे रसूखदार परिवार द्वारा कत्ल कर दिया गया था। भाई के कत्ल के पश्चात रिंदा भूमिगत हो गया था और उसने रसूखदार परिवार के एक-एक कर तीन व्यक्तियों का कत्ल कर दिया था। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा रिंदा खिलाफ कसे शिकंजे कारण रिंदा पंजाब आ गया और उसने पंजाब में अपने रहने का ठिकाना बनाने के लिए एक योजना तहत रोपड़ जेल में बन्द दिलप्रीत सिंह बाबा को पुलिस हिरासत से छुड़ाया और अपने साथ मिला लिया। रिंदा ने बाबे का हाथ खोलने के लिए उससे रोपड़ नज़दीक एक ढाबे वाले का कत्ल करवाया जोकि गैंगस्टरों की लिस्ट में आता था, बाबे द्वारा यह पहला कत्ल किया गया था, बाद में बाबे द्वारा एक ढाबे पर ही एक पहलवान का कत्ल इस लिए कर दिया गया, क्योंकि बाबे को संदेह था कि पहलवान पुलिस का मुखबिर है। रिंदा ने अमृतसर की एक लड़की के साथ लगभग 8 माह पहले विवाह करवाया था और रिंदा इस समय भूमिगत है।