कुछ लोगों ने निजी स्वार्थ के लिए नौजवानी को नशे में धकेला - ज्ञानी गुरबचन सिंह 

अमृतसर, 13 जुलाई - दफ़्तर सचिवालय श्री अकाल तख़्त साहिब में सिंह साहिब ज्ञानी गुरबचन सिंह जत्थेदार जी ने कहा कि सिक्ख रहित मर्यादा के अनुसार, संगत को नशा केवल प्रशादे का रखने के लिए हुक्म किया गया है। उन्होंने कहा कि आज पंजाब नशे की दलदल में इतना फंस चुका है कि हर एक पंथ सहानुभूति रखने वाला चिंता में है। कुछ लोगों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए नशे का कारोबार शुरू किया और पंजाब की नौजवान पीढ़ी को इस नशे की भट्टी में धकेल दिया। जिसमें पंजाब की नौजवानी पूरी तरह तबाह हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस नशे की आग को बुझाने के लिए पंजाब सरकार, शिरोमणि अकाली दल, दिल्ली सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और अन्य संस्थाएं इसके प्रति रात दिन एक करके  कड़े यत्न कर रही हैं परन्तु फिर भी नशे को रोक नहीं पा रही। इसके साथ ही सिंह साहिब ज्ञानी गुरबचन सिंह जी ने कहा कि शैक्षणिक संस्थान स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटियों का स्टाफ बच्चों के साथ घुल मिलकर बच्चे बच्चियों को नशे से दूर करने के लिए अपना योगदान दें।