खूबियों से भरा जीव है खरगोश

खरगोश में तोता की तरह अपनी गर्दन को पीछे मोड़े बिना भी पीछे की चीजों को देखने की खूबी है। इससे वह जहां अपने शिकारियों को देख लेता है, वहीं इससे उसे अपने भोजन को ढूंढ़ने में भी अतिरिक्त फायदा मिलता है। लेकिन खरगोश में यह एक अकेली खूबी नहीं होती। इसमें और भी ऐसी तमाम खूबियां होती हैं, जो इसे एक सामान्य प्राणी होते हुए भी खास बनाती हैं। मसलन खरगोश के कान करीब 4 इंच के होते हैं, जिससे ये बहुत बारीक से बारीक हरकत को भी सुन लेते हैं। खरगोश की खूबियों में उसकी याद्दाश्त भी शामिल है। उसमें कमाल की याद्दाशत होती है अगर किसी जगह खरगोश ने अपने भोजन को रख दिया है तो वह कई दिन बाद भी इस बात को नहीं भूलता और मौका मिलने पर अपने भोजन को वहां से ले आता है या वहीं जाकर खा लेता है। पूरी दुनिया में खरगोश की करीब 8 प्रजातियां ज्ञात हैं, जिसमें जापान में पायी जाने वाली अमामी प्रजाति पर लुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है बल्कि कुछ जानकारों  के मुताबिक तो वह लुप्त हो चुका है। खरगोश के बारे में यह बहुत रोचक तथ्य है कि वह एक सामाजिक प्राणी है, वह इंसान की तरह ही अपने समूह के लोगों के साथ प्यार के रिश्तों से बंधा होता है। खरगोश अकसर समूह में ही रहते हैं। दुनिया में जितने भी खरगोश हैं, उनमें से करीब आधे खरगोश अकेले उत्तरी अमरीका में पाये जाते हैं। उत्तरी अमरीका के ज्यादातर खरगोश बिलों में रहते हैं।