मानसून में ऐसे करें पैरों की देखभाल

मानसून में सबसे ज्यादा प्रभाव आपके पैरों पर पड़ता है जब  रास्ते में कीचड़, पानी, नमी से भरे वातावरण और चिप-चिपी चप्पलें डालने से पैरों पर काले निशान पड़ जाते हैं, बदबू  आने लगती है, पसीना बहने लगता है। जिससे पैरों पर दाद, खाज, खुजली होने लगती है और पैरों का हुलिया बदल जाता है।
पसीना निकलने पर पैरों को रोज़ाना अच्छी तरह से साफ करना ज़रूरी है ताकि बदबू को रोका जा सके और पैर को ताजगी, शुद्धता का एहसास करवा सके। सुबह नहाते समय पैरों की शुद्धता पर विशेष ध्यान दें।
पैरों को धोने के बाद उसको अच्छी तरह सुखा लें और फिर अंगुलियों में टैलकम पाउडर लगाएं। अगर आप बंद पैरों वाली जूती का इस्तेमाल करती हैं तो चप्पल के अंदर भी टैलकम का छिड़काव करें। बारिश के मौसम में स्लीपर और सैंडल पहनें, ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे पैरों में हवा का संचालन अधिक से अधिक होता है। दिन भर काम करके बाहर घूमने से पैरों की सुंदरता गायब हो जाती है। इसके लिए रात को ठंडे पानी में थोड़ा सा नमक डालकर पैरों को अच्छी तरह बीच में डाल दें और पांच-दस मिनट रखें। बाद में पैरों को खुली जगह रखकर सूखने दें। जुराबें पहनने से बचाव करें। पैरों को ज्यादा से ज्यादा खुश्क रखें। अगर जुराबें पहनना ज़रूरी है तो सूती की पहनें। इस संबंध में कुछ घरेलू नुस्खे—
पैरों को धोना 
बाल्टी में एक चौथाई गर्म पानी, आधा कप नमक, 10 बूंदें नींबू का रस और संतरे का सुगंधित तेल डालें। इस मिश्रण में 10-15 मिनट तक पैरों को भिगोकर रखें बाद में सुखा लें।
पैरों के लिए लोशन
3 चम्मच गुलाब जल, 2 चम्मच नींबू रस और एक चम्मच शुद्ध ग्लिसरीन का मिश्रण तैयार करके इसको पैरों पर आधा घंटा लगाओ और बाद में साफ पानी से धो लें।
खुश्क पैरों की देखभाल
एक बाल्टी में एक चौथाई ठंडा पानी भरें और पानी में दो चम्मच शहद डालें और एक चम्मच हर्बल शैम्पू, एक चम्मच बादाम तेल मिलाकर एक मिश्रण बना लें। 20 मिनट तक उसमें पैरों को भिगो लें, फिर शुद्ध पानी से साफ कर लें।
ठंडे तेल से मालिश
100 मि.ली. जैतून तेल, दो बूंदें नीलगिरी तेल, दो चम्मच रोज़मैरी तेल, तीन चम्मच गुलाब का तेल मिलाकर इस मिश्रण को हवाबंद गिलास जार में डाल दें। इस मिश्रण को हर रोज़ पैरों की मसाज़ के लिए प्रयोग करें। इससे पैरों को ठंडक मिलेगी और चमड़ी की सुरक्षा भी होती रहेगी, जिससे मानसून में भी आपके पैर बारिश की परेशानी से बचे रहेंगे।