शैरीडन जेल में सीमा पार कर अमरीका आए पंजाबियों का मामला र् 52 पंजाबियों सहित किसी को भी ज़ंजीरों से नहीं बांधा : अधिकारी


सिआलट, 18 जुलाई (हरमनप्रीत सिंह) : पिछले कुछ समय से चर्चा में चल रहे सियालट के साथ लगते ओरीगन स्टेट के शहर शैरीडन की जेल में 52 भारतीयों सहित 123 व्यक्तियों के बंद होने की खबर एक बार पुन: भारतीय मीडिया की सुर्खियों में आग गई। गत दिवस यह खबर कुछ अखबारों में आ गई कि शैरीडन ओरीगन की जेल में 52 भारतीयों को जंजीरों के साथ बांध कर रखा हुआ है। यह खबर आने के बाद कुछ टी.वी. चैनलों ने भी खबर चला दी और कुछ राजनीतिक पार्टियों की प्रतिक्रियाएं भी आने लगी और भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंच करके अमरीका में भारतीय कौंसलर तक पहुंच की गई कि उन भारतीयों को बचाया जाए पर वास्तविकता यह नहीं है। पहले भी इस केस के बारे में काफी विस्तारपूर्वक जानकारी हम दे चुके हैं परंतु अब आज फिर इस संबंध में बड़ी विस्तार से इस संबंधी जानकारी एकत्र की गई है। यह सारी खबर आने के बाद आज सान फ्रांसिस्को कैलीफोर्निया स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी अमित दत्ता ने शैरीडन जेल में विशेष तौर पर पहुंच कर जेल अधिकारियों और इमीग्रेशन अधिकारियों के साथ इन सभी भारतीय कैदियों के बारे में बातचीत की और उनका हालचाल पूछा। जब कैदियों को संगलों के साथ बंधा होने के बारे पूछा गया तो इमीग्रेशन और जेल अधिकारी भी हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि हमारी जेल में ऐसा कुछ भी नहीं है और सीमा पार कर अमरीका आए कैदियों के साथ ऐसा कभी भी नहीं होता कि उनको जंजीरों में जकड़कर रखा जाए। हां जब सीमा से पकड़कर जेल लाया जाता है उस समय जरूर हथकड़ियां या बेडियां डाली जाती हैं परंतु जेल पहुंचते ही ये खोल दी जाती हैं।