कलाकार के रूप में खुद को सोचा नहीं  राजेन्द्र चावला

 शो, ज़िन्दगी के क्रॉसरोड्स ज़िन्दगी की सच्ची कहानियों पर आधारित है, जो ज़िन्दगी के तमाम पहलुओं को समेटे हुए हैं। विचारों और ख्यालों की भावनात्मक कहानियों की मेजबानी करेंगे राम कपूर और इसका निर्माण किया है शबीना खान ने जबकि इसे लिखा है महादेव ने। यह शो अपने हर एपिसोड में एक नया ही नैरेटिव प्रस्तुत करता है और ज़िन्दगी के नायकों की ज़िन्दगी में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताता है, जिसके बारे में सवाल-जबाव करने के लिए श्रोता भी हैं। सप्ताह में प्राइम टाइम में एक ऐसे फोरमैट में धारावाहिक जिसे अब तक देखा नहीं गया है और हर कोई केवल इससे सर्वश्रेष्ठ ही पाएगा।ऐसी ही एक प्रेरणास्पद कहानी है मुंशी जी की कहानी, जिसमें राजेन्द्र चावला मुंशी जी का किरदार निभाते हुए नज़र आएंगे। राजेन्द्र चावला कहते हैं ‘जब मेरे पास प्रोडक्शन हॉउस से यह फोन आया कि मुझे क्या भूमिका निभानी है तो मैं बहुत खुश हुआ। इस शो में मेरी भूमिका बहुत ही ईमानदार इंसान की है। मैंने अपनी भूमिका को निभाने के लिए अपने पिता को ध्यान में रखा जो मेरी प्रेरणा और आदर्श हैं। मेरी ज़िन्दगी का क्रॉसवर्ड था फि ल्म और टेलीविजन उद्योग में से किसी एक को चुनना और मजेदार बात यह है कि मैं एक व्यापारिक खानदान से हूं और मैंने खुद को कभी एक कलाकार के रूप में नहीं सोचा था। मैं पढ़ने के लिए दूर गया और जब मेरे परिवार वालों ने लाइफ  में सेटल होने के लिए जोर डाला तो मैंने अपने पिता की मदद से एक्टिंग में आने के लिए संघर्ष किया।’