पंचायत चुनाव टले, अब अक्तूबर में होने की संभावना

चंडीगढ़, 3 अगस्त (विक्रमजीत सिंह मान) : राज्य के पंचायती चुनाव टल गए क्योंकि आरक्षण संबंधी नीति को अभी विधानसभा में मंज़ूरी नहीं मिली है। इस संबंधी प्रक्रिया को अधिक समय लगने के कारण पंचायती और ज़िला परिषद् चुनाव 15 दिन आगे बढ़ने की संभावना है। इसके अतिरिक्त पंचायती चुनाव में ‘डोप टैस्ट’ करवाना ज़रूरी नहीं होगा। उम्मीदवार अपनी मज़र्ी से टैस्ट करवाना चाहे तो करवा सकते हैं परंतु किसी को भी आवश्यक तौर पर टैस्ट करवाने के लिए सरकार नहीं कहेगा। इस बात का खुलासा चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पंचायती मंत्री स. तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा ने किया।  बताया जा रहा है कि आरक्षण संबंधी नियम बनने में हो रही देरी के चलते ही यह चुनाव आगे डाले जा रहे हैं। हालांकि मंत्री द्वारा चुनाव 15 दिन की देरी होने की बात कहीं जा रही है परंतु विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह चुनावों में 15 दिन से एक महीने तक ही आगे पड़ सकते हैं। डोप टैस्ट के बारे बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाई कमांड ने फिलहाल उन चुनावों में डोप टैस्ट की शर्त रखने की मंज़ूरी नहीं दी है और कहा कि तुर्जुबा अगले चुनावों में किया जाए। क्योंकि आते लोकसभा चुनाव पर भी इसका असर पड़ सकता है। इसके अतिरिक्त इन चुनावों में महिलाओं के लिए रखे 50 प्रतिशत उम्मीदवार के हक पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यदि इन चुनाव में महिला उम्मीदवार की संख्या पूरी नहीं होती तो महिला उम्मीदवार को नामज़द करने की बात पर भी विचार किया जा सकता है। वर्णनीय है कि इससे पहले सरकार द्वारा पंजाब में 30 सितम्बर को पंजायती चुनाव करवाने का ऐलान किया गया था जिसके बाद 11 जुलाई को राज्य की पंचायतों को भंग करके प्रबंधक नियुक्त करने का आदेश जारी कर दिए गए थे।