15 से पहले स्मार्ट सिटी प्रोजैक्टों के बारे केन्द्र ने मांगी रिपोर्ट

जालन्धर, 4 अगस्त (शिव शर्मा) : पंजाब के तीन बड़े शहरों जालन्धर, अमृतसर और लुधियाना के स्मार्ट सिटी में आने के बाद केन्द्र ने भी लगातार पंजाब सरकार से प्रोजैक्टों के बारे में सम्पर्क साधना जारी रखा हुआ है। चाहे पंजाब में फण्डों की कमी के कारण स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्ट दो वर्षों की देरी से चल रहे हैं परन्तु अब पंजाब सरकार ने भी तीन बड़े शहरों में स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्टों पर कार्य करने के लिए टैंडर प्रक्रिया तेज़ की हुई है। केन्द्र द्वारा 15 अगस्त से पहले-पहले मांगी गई रिपोर्टों के बारे में चाहे अभी तक संबंधित अधिकारी इस मामले में पुष्टि नहीं कर रहे हैं परन्तु पंजाब के जो शहर स्मार्ट सिटी की सूची में आए हैं, वे अवश्य इस बारे में अपनी रिपोर्टें पहले चंडीगढ़ तक पहुंचायेंगे व इसके बाद वह केन्द्र को रिपोर्टें भेजेंगे। केन्द्र ने इस मामले में क्यों रिपोर्टें मंगवाई हैं व उसके कई कारण हो सकते हैं कि केन्द्र इस मामले में प्रोजैक्टों पर जल्द कार्य करवाने के लिए नये निर्देश जारी कर सकता है। तीन बड़े शहरों में करोड़ों के फण्डों से कार्य करवाए जाने हैं। स्मार्ट सिटी के जिन प्रोजैक्टों पर कार्य होना है, उसमें केन्द्र के साथ-साथ पंजाब सरकार ने भी अपने हिस्से का फण्ड देना है। केन्द्र ने चाहे 15 अगस्त से पहले-पहले स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्टों के बारे में रिपोर्टें मांगी हैं परन्तु व इन रिपोर्टों में प्रोजैक्टों की कारगुज़ारी के बारे में रिपोर्ट भी भेजे जाने की सम्भावना है। चाहे प्रोजैक्ट दो वर्ष की देरी से चल रहे हैं परन्तु पंजाब सरकार ने भी स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्टों पर काम शुरू करने के लिए कज़र्े का प्रबन्ध कर लिया है व सूत्रों के अनुसार तो केन्द्र के वित्त मंत्रालय ने भी इसकी मंजूरी दे दी है। बताया जाता है कि जब पंजाब सरकार अपने हिस्से के फण्ड का प्रबन्ध कर लेगी तो केन्द्र द्वारा भी प्रोजैक्टों के लिए अन्य राशि जारी कर दी जाएगी। एक जानकारी के अनुसार स्मार्ट सूची में आए शहरों के संबंधित प्रोजैक्ट अधिकारियों ने कई प्रोजैक्ट तैयार कर लिए हैं व कई जगह तो टैंडर लगाए जा रहे हैं, जबकि कुछ शहरों में इस काम के अभी टैंडर लगाए जाने हैं। जिन शहरों को स्मार्ट सिटी में शामिल किया गया है, उनके चौकों और ट्रैफिक प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए नई प्रणाली लागू की जा रही है। जालन्धर के ही स्मार्ट सिटी के एक हिस्से को विकसित करने के लिए 1900 करोड़ के लगभग का प्रोजैक्ट बनाया गया है। स्मार्ट सिटी के प्रोजैक्टों में स्टेशन पर खास ध्यान केन्द्रित किया गया है व स्टेशनों पर यात्रियों के लिए अन्य सुविधाएं स्मार्ट सिटी के तहत दी जाएंगी। स्टेशन की सम्भाल के लिए स्मार्ट सिटी का फण्ड खर्च करने की सहमति पहले ही केन्द्र दे चुका है। इन प्रोजैक्टों में चौकों की हालत सुधारना, पार्कों का सौंदर्यकरण और स्मार्ट सड़कें बनाई जानी हैं। स्मार्ट सड़कों पर काफी बड़ी राशि भी खर्च की जानी है।