विद्यार्थी बने पंजाबी लड़के को टोरांटो से वापिस भेजा


टोरांटो, 7 अगस्त (सतपाल सिंह जौहल) : कनाडा में टोरांटो इंटरनैशनल एयरपोर्ट से 24 वर्षीय का पंजाबी लड़के को बेरंग वापिस भेजे जाने का समाचार है जोकि 3 वर्ष के स्टूडैंट वीज़े पर पहुंच था। इमीग्रेशन अधिकारियों को उसकी योग्यता व कलास में पढ़ने वाले कोर्स के बारे संदेह हुआ था। उसका पासपोर्ट में दो वर्षों के कोर्स के लिए तीन वर्ष का वीज़ा था। पटियाला ज़िले से संबंधित लड़के को कनाडा स्थित अपने कालेज के शहर का नाम पता नहीं था और न उसे पता था कि उसने पढ़ाई करते समय कहा रहना है। उसके अंग्रेज़ी टैस्ट के असली होने के बारे भी अधिकारियों को यकीन नहीं हुआ। यह भी कि कालेज के दाखिल जो पेपर उस लड़के ने अधिकारियों को दिखाए उनकी इबारत उसकी पटियाला में रहती बहन ने लिखी थी, जबकि वह ईबारत विद्यार्थी को स्वयं लिखनी होती है। 4 घंटे की परेशानी के बाद उसको दिल्ली जाने वाली वापिस फ्लाईट में सवार होना पड़ा। उसे लेने के लिए टोरांटो एयरपोर्ट पहुंचे रिश्तेदार सारा समय बाहर इंतज़ार करते रहे और अंत में वे भी निराश होकर घर वापिस आ गए। इस तरह एक 20 वर्ष पुराने चोरी के केस में घिरे पंजाबी व्यक्ति को टोरांटो एयरपोर्ट से अमरीका वापिस भेज दिया गया। उसके पास अमरीका का पासपोर्ट था परंतु कैलोफोर्निया की अदालत ने उसको कार के इंजन चोरी केस में सज़ा सुनाई गई थी। कनाडा के इमीग्रेशन एंड रफ्यूजी प्रोटैक्शन एक्ट (इरपा) की कड़ी धाराओं के तहत विदेशों में अदालती केसों के आरोपियों को इमीग्रेशन अधिकारियों द्वारा कनाडा में दाखिले से इन्कार कर दिया जाता है।