एशियाई खेलों में भारतीय हॉकी का सफर

एशियन खेलों में फील्ड हॉकी 1958 से जब टोक्यो (जापान) के इन खेलों की मेज़बानी शुरू की गई। आपको पता ही होगा कि अब एशियन खेलों का 18वां संस्करण इंडोनेशिया के शहर जकार्ता में आयोजित हो रहा है, 18 अगस्त  से लेकर 2 सितम्बर तक। आओ, देखें इन खेलों में हमारी राष्ट्रीय हॉकी टीम की आज तक की कारगुज़ारी किस तरह की रही है। यकीनन इन दिनों में भारतीय हॉकी प्रेमियों की नज़रें इन खेलों पर टिकी हुई हैं। एशियन खेलों के 1958 वाले संस्करण में पाकिस्तान चैम्पियन बना, भारत को हरा कर। दक्षिण कोरिया ने मलेशिया को हरा कर दूसरा स्थान हासिल किया। चार वर्षों के बाद जकार्ता (इंडोनेशिया) में अगला संस्करण खेला गया, जहां दूसरी बार पाकिस्तान भारत को हरा कर चैम्पियन बना। तीसरा संस्करण थाईलैंड के शहर बैंकॉक में आयोजित हुआ, जहां हमारी राष्ट्रीय हॉकी टीम ने पहली बार स्वर्ण पदक प्राप्त किया, अपने पारम्परिक विरोधी पाकिस्तान को हरा कर। जापान ने मलेशिया को हरा कर कांस्य पदक हासिल किया। 1970 वाला संस्करण दूसरी बार बैंकॉक (थाइलैंड) में आयोजित हुआ और विजेता खिताब इस बार पाकिस्तान की झोली में पड़ा। भारत उप-विजेता रहा, जापान ने मलेशिया को हरा कर कांस्य पदक पर अपना अधिकार  जमाया। 1974 वाले संस्करण की मेज़बानी ईरान के शहर तेहरान ने की। पाकिस्तान फिर विजयी रहा और भारत को रजत पदक पर ही संतोष करना पड़ा। जापान इस बार मलेशिया के हाथों हार गया, तीसरे  स्थान के लिए।1978 वाले एशियन खेलों की मेज़बानी बैंकॉक (थाइलैंड) को मिली। हॉकी में पाकिस्तान ने ही अपनी विजेता लय बरकरार रखी, भारत उप-विजेता बना, मलेशिया ने जापान को हरा कर कांस्य पदक हासिल किया। 1982 में भारत के शहर नई दिल्ली में पारम्परिक विरोधी पाकिस्तान फिर एशिया विजेता बन गया।  भारत को रजत पदक नसीब हुआ। मलेशिया जापान को हरा कर तीसरे स्थान पर रहा। 1986 वाले संस्करण में दक्षिण कोरिया के शहर सियोल को खेलों की मेजबानी मिली। हॉकी में पहली बार मेज़बान देश कोरिया चैम्पियन बना। पाकिस्तान दूसरे स्थान पर रहा और इस संस्करण में हमारी राष्ट्रीय टीम पहली बार मलेशिया को हरा कर तीसरे स्थान तक ही पहुंच सकी। 1990 में चीन के शहर बीजिंग में पाकिस्तान एशियाई चैम्पियन बना, भारतीय टीम दूसरे स्थान पर ही रही और मलेशिया दक्षिण कोरिया को हरा कर तीसरे स्थान पर रही। 1994 जापान के शहर हिरोशिमा में दक्षिण कोरिया चैम्पियन बना भारत को हरा कर तीसरे स्थान के लायक ही रह गया। 1998 में थाइलैंड के शहर बैंकॉक में भारतीय टीम चैम्पियन बनी दक्षिण कोरिया को हरा कर और पाकिस्तान जापान को हरा कर कांस्य पदक प्राप्त कर सका। 2002 में बुसान (दक्षिण कोरिया) में भारतीय टीम दक्षिण कोरिया से हार कर दूसरे स्थान पर चली गई और मलेशिया ने पाकिस्तान को हरा कर पदक तक न पहुंचने दिया। यह पाकिस्तान की अब तक की सबसे खराब कारगुज़ारी थी। 2006 में दोहा (कतर) में दक्षिण कोरिया लगातार दूसरी बार चैम्पियन बना, चीन को हरा कर। पाकिस्तान ने जापान को हरा कर कांस्य पदक प्राप्त किया। 2010 में चीन में आयोजित हुए एशियन खेलों में भारतीय हॉकी टीम तीसरे स्थान पर रही, दक्षिण कोरिया को हरा कर। पाकिस्तान मलेशिया को हरा कर चैम्पियन बना। 2014 वाले संस्करण जो दक्षिण कोरिया के इन्चीओन शहर में आयोजित हुए, में भारत चैम्पियन था। पाकिस्तान उप-विजेता, दक्षिण कोरिया तीसरे स्थान पर और मलेशिया को चौथा स्थान हासिल हुआ।