शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र का विकास सरकार की प्राथमिकता : सोनी

फतेहगढ़ साहिब, 9 अगस्त (भूषण सूद) : पंजाब सरकार के द्वारा शिक्षा और सेहत के क्षेत्र को  प्राथमिकता दी जा रही है, जिस के लिए फंडों की कमी नहीं आने दी जाएगी, स्कूल समय धरने और प्रदर्शन करने वाले अध्यापकों व प्रवक्ता अगर बदली के बाद भी बाज न आए तो उन की सेवाएं समाप्त कर दी जाएगी। यह बात पंजाब के शिक्षा और वातावरण मंत्री ओम प्रकाश सोनी ने आज गांव नबीपुर में पैगरों फ्रोजन फूडज प्राइवेट लिंम. का दौरा करने हुए पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और स्कूलों में अध्यापकों की खाली असामी को भरा जाएगा, जबकि कलैरीकल अमले को भी पूरा करने की मुहिम शुरू की गई है।  उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार खेतीबाड़ी पर आधारित अन्य फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्रीज को बढ़ावा देगी, जिस के साथ जहां किसानों को उन की उपज का सही दाम मिलेगा, वहीं अन्य रोजगार के मौके भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के बड़े शहर लुधियाना, अमृतसर, जलंधर, रोपड़ की उद्योगिक इकाईयों को भी प्रदूषण मुक्त करने के लिए पीएनजी गैस से जोड़ने की पहल कदमी की जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी शहरों में सीवरेज डालने का काम लगभग मुकंमल होने के नजदीक है और सभी शहरों में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने भी यकीनी बनाए जाएंगे।  उन्होंने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों को स्मार्ट स्कूलों के तौर पर विकसित किया जाएगा और बिजली की बचत के लिए पंजाब के सभी सरकारी स्कूलों में सोलर पावर प्लांट लगाए जाएंगे। पैगरों इंडस्ट्रीज के सीईओ सरताज सिंह बराड़ ने बताया कि उन की इंडस्ट्रीज के द्वारा 3500 एकड़ रकबे में कंट्रेक्ट फार्मिंग करवाई जाती है और किसान साल में तीन फसलों की पैदावार करते हैं। उन्होंने बताया कि 5500 जरूरतमंदों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार दिया गया है। इस मौके पर उन के साथ पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के चेयरमैन प्रो. एसएस मरवाहा, सदस्य सचिव इंजीनियर करुनेश गर्ग, एसपी रविन्द्रपाल सिंह संधू, आर.के नईयर और तहसीलदार गुरजिन्द्र सिंह आदि हाजिर थे।