मैं पार्टी के नहीं नीतियों के खिलाफ हूं : खैहरा

गढ़शंकर, 11 अगस्त (नरेन्द्र मोहन शर्मा): हम किसी पद के लिए एकत्रित नहीं हुए बल्कि पंजाब के हितों के लिए इकट्ठा हुए हैं। पंजाब के लोग अकाली-भाजपा व कांग्रेस की सरकारों से दुखी थे और हैं और तीसरा बदल चाहते हैं। यदि दिल्ली स्थित हाई कमान हंकार में न आता तो इस समय पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार होनी थी। यह शब्द आम आदमी पार्टी के विधायक व पूर्व विरोधी गुट के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने गढ़शंकर में आद आदमी पार्टी के एक नाराज गुट द्वारा आयोजित विशाल कान्फ्रैंस को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि माघी मेले में 2016 में आयोजित रैली दौरान हुए बेमिसाल इकट्ठ को देख कर हाईकमान हंकार में आ गया और अच्छे कदावर नेताओं को बहाने बनाकर पार्टी से निकालना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि हाईकमान द्वारा ऐलान करना कि मुख्यमंत्री उनकी मर्जी का होगा के कारण पंजाबियों ने वोट नहीं किया और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार नहीं बन सकी। उन्होंने भारी इकट्ठ को संबोधित करते हुए कहा कि वह किसी पद के लिए नहीं बल्कि पंजाब के हितों के लिए काम करते हैं। उन्होंने हाई कमान पर दोष लगाया कि उन्होंने गलतियों से सीखने की बजाय पार्टी पर पकड़ बनाने के नाम पर 100 सीटों से पार्टी को 20 सीटों पर ले आए। उन्होंने आगे कहा कि आज भी पंजाब के लोग तबदीली चाहते हैं। उन्होंने पंजाब के मौजूदा हालातों के लिए बादल सरकार पर दोष लगाते कहा कि सरकार की गलत  नीतियों के चलते पंजाब का उद्योग उजड़ कर पंजाब से पड़ोसी राज्यों में चला गया और सवा सौ करोड़ लोगों को पेट भरने वाला पंजाब आज भूखा मर रहा है। सुखपाल खैहरा से पहले संबोधित करते गढ़शंकर से विधायक चौ. जय कृष्ण सिंह रौड़ी ने कहा कि वह सदैव पंजाब व पार्टी वर्करों के साथ हैं यदि खैहरा साहिब कोई नई पार्टी बनाएंगे तो मैं उनके साथ नहीं रहूंगा। उन्होंने कहा कि वह पार्टी व पंजाब के भले के लिए काम करेंगे। उन्होंने कांग्रेसियों पर धक्केशाही का आरोप लगाते कहा कि वह केवल झंडे से ही नहीं डंडे से भी काम करवाना जानते हैं। इससे पहले रैली को विधायक नाजर सिंह मानशाही, विधायत मा. बलदेव सिंह, विधायक जगदेव सिंह जग्गा, विधायक जगदेव सिंह कमालू, विधायक पिरमल सिंह खालसा, विधायक कंवर संधू, गुरप्रताप सिंह खुशहालपुर, परमजीत सिंह सचदेवा गुरचरन सिंह बसियाला आदि ने संबोधित करते पार्टी की पंजाब विरोधी नीतियों की आलोचना की। रैली दौरान अन्य के साथ चरनजीत चन्नी, अशोक कुमार गोंदपुर, गुरचरन सिंह नारवे, दिलावर सिंह पोसी, जसप्रीत सिंह फलोरा, बीबी कमलजीत कौर कुकड़ां, केवल सिंह भज्जल, हरजिंदर सिंह चक्क फुलू आदि उपस्थित थे।