नैना देवी में श्रावण अष्टमी नवरात्र मेला शुरू

श्री आनंदपुर साहिब, 12 अगस्त (मधु सूदन, दिनेश नड्डा): विख्यात तीर्थ स्थल नैना देवी में श्रावण अष्टमी का मेला आज से धूमधाम व श्रद्धा से शुरू हो गया यहां पहले से ही आभास था कि पहले रविवार को ही श्रधालुओं का सैलाब उमड़ेगा परन्तु प्रशासन शायद इसके लिए तैयार नहीं था तथा गत रात को श्रद्धालुओं का भारी सैलाब माता के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा। रात के 2 बजे से लगातार बरसते रहे तथा श्रद्धालुओं को एक जगह पर रुकने के लिए मजबूर होना पड़ा फिर धीरे-धीरे श्रद्धालुओं ने मां के दर्शनों के लिए चलना शुरू किया। हैरानी इस बात को लेकर है कि पुलिस का तथा होमगार्ड्स का यहां तक सैक्टर अधिकारी कहीं भी देखे नहीं गए। हर वर्ष की भांति इस बार भी लाखों की संख्या में भक्त मां के चरणों में नतमस्तक होंगे मन्दिर प्रशासन नगर परिषद् प्रशासन तथा ज़िला प्रशासन ने अपना-अपना जिम्मा संभाल लिया है। 12 अगस्त से 20 अगस्त तक चलने वाले इन नवरात्रों में नयना देवी नगर क्षेत्र एक दुल्हन की तरह सज गया है। मेला पुलिस अधिकारी मनोहर लाल ने कहा कि लगभग 800 सुरक्षा कर्मचारियों को नयना देवी में चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया है। क्षेत्र के चारों ओर रंग बिरंगी रोशनी एवं दुधिया रोशनी से मां के मन्दिर को चार चांद लग रहे हैं। मन्दिर से चारों ओर दिखाई दे रही जल की धाराएं देख कर हर श्रद्धालु के मन में एक अध्यात्मिक कशिश पैदा हो रही है।  मेला अधिकारी विनय कुमार ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा तथा सभी मूलभूत सुविधा प्रदान करने हेतु तथा सुरक्षा के लिए सरकार पूरी तरह से वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में धारा 144 लागू है तथा मन्दिर के अन्दर नारियल ले जाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है तथा शरारती तत्वों पर नज़र रखने के लिए सी.सी.टी.वी कैमरों की सहायता ली जा रही है। तलाशी लिए जाने के बाद ही श्रद्धालुओं को माता के दरबार में भेजा जा रहा है लगभग 80 लंगर समितियों को लंगर लगाने की अनुमति दी गयी है। उधर मन्दिर अधिकारी श्री यादव ने बताया कि न्यास मन्दिर में 110 अस्थाई कर्मचारियों का चयन कर रही है तथा हर कर्मचारी को भक्तों की श्रद्धा व भावना का ध्यान रखना एवं हर सुविधा प्रदान करने को कहां गया है। कोताही करने वाले कर्मचारी पर तुरंत कार्रवाई होगी।  उन्होंने कहा कि मन्दिर सुबह 2 बजे खुलेगा तथा 12 बजे रात को बंद होगा। मन्दिर के अंदर कड़ाह प्रशाद ले जाने पर तथा नारियल ले जाने पर पाबंदी लगाई गयी है तथा यात्रियों को पहली बार एल.ई.डी. के माध्यम से सूचना उपलब्ध करवाई जायेगी।  श्री चौहान ने कहा कि रास्तों में पसरी हुई दुकानों को दुकानदारों से आग्रह  किया है कि वे अपनी दुकानें रास्तों पर न लगाएं अन्यथा सख्त कार्रवाई की जायेगी।  उधर जल व सिंचाई विभाग के अधिकारी शुभम शर्मा ने कहा कि मेले में पानी की व्यवस्था सुचारु रूप से चल रही है लगभग 10 लाख लीटर पानी प्रतिदिन लोगों को मुहैया करवाया जा रहा है तथा कर्मचारी दिन रात सेवा में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान लंगरों को अस्थाई रूप से कनैक्शन दिए गए हैं तथा समय-समय पर उन्हें पानी दिया जा रहा है। उधर बिजली विभाग के एस.डी.ओ गुरजीत सिंह ने बताया कि नयना देवी में मेलों के दौरान विद्युत व्यवस्था हेतु विभाग ने कर्मचारी दिन रात सेवा में लगे हैं। उधर रज्जू मार्ग प्रशासन ने भी नवरात्रों के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है। हर वर्ष की भांति इस बार ही रज्जू मार्ग सुबह 7 बजे चलेगा तथा शाम के 7 बजे तक चलेगा। भक्तों के लिए पार्किंग की व्यवस्था यथावत रहेगी।